बरेली, 19 जुलाई 2025: मशहूर धर्मगुरु मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने छांगुर बाबा के खिलाफ सख्त फतवा जारी करते हुए उन्हें इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ काम करने का दोषी ठहराया है। मौलाना रजवी ने छांगुर बाबा पर लालच और दबाव डालकर जबरन धर्मांतरण कराने का गंभीर आरोप लगाया है, जो इस्लाम में सख्ती से वर्जित है।
फतवे के प्रमुख बिंदु
मौलाना रजवी ने अपने फतवे में स्पष्ट किया कि इस्लाम जबरन या लालच देकर धर्मांतरण की इजाजत नहीं देता। उन्होंने छांगुर बाबा के कृत्यों को इस्लाम की मूल शिक्षाओं के खिलाफ बताते हुए कहा कि ऐसे कार्य इस्लाम की छवि को धूमिल कर रहे हैं। फतवे में मुस्लिम समुदाय से अपील की गई है कि वे छांगुर बाबा का सामाजिक बहिष्कार करें और उनके साथ किसी भी तरह का संबंध न रखें। मौलाना ने चेतावनी दी कि छांगुर बाबा जैसे लोग मुस्लिम समुदाय को बदनाम कर रहे हैं और उन्हें कानूनी रूप से इंसाफ के कठघरे में लाया जाना चाहिए।
मौलाना की अपील: शांति और सौहार्द बनाए रखें
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने मुस्लिम समाज से अपील की कि वे इस्लाम की शांति और भाईचारे की शिक्षाओं का पालन करें। उन्होंने कहा, “इस्लाम प्यार और मोहब्बत का धर्म है, न कि जबरदस्ती और लालच का। हमें ऐसे लोगों से दूरी बनानी चाहिए जो इस्लाम के नाम पर गलत काम कर रहे हैं।”
यह फतवा स्थानीय समुदाय में चर्चा का विषय बन गया है, और इसने छांगुर बाबा के कथित कृत्यों पर नई बहस छेड़ दी है।