मथुरा, 18 जुलाई 2025: अनिरुद्ध आचार्य प्रकरण को लेकर संत समाज ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की तीखी आलोचना की है। संतों ने अखिलेश पर वोट बैंक की राजनीति करने और संतों की मर्यादा का अपमान करने का गंभीर आरोप लगाया है।
श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर का केस लड़ रहे संत दिनेश फलाहारी ने कहा, “अखिलेश यादव केवल ईद मनाने वालों का समर्थन करते हैं और हिंदू भावनाओं की अनदेखी करते हैं।” वहीं, महामंडलेश्वर रामदास जी महाराज ने अखिलेश पर समाज को जातियों में बांटने का आरोप लगाते हुए कहा, “उनका एकमात्र मकसद सत्ता हासिल करने के लिए समाज को तोड़ना है।”
महामंडलेश्वर राधा नंद गिरी जी ने भी अखिलेश के बयान की कड़ी निंदा की और कहा, “अखिलेश को संत की मर्यादा का कोई ज्ञान नहीं। वह केवल वोट बैंक की राजनीति में लिप्त हैं।” इसी तरह, सुमित कृष्ण शास्त्री ने भी अखिलेश के बयान को असंवेदनशील करार देते हुए इसकी भर्त्सना की।
संत समाज का यह गुस्सा अखिलेश यादव के हालिया बयान के बाद भड़का, जिसमें उन्होंने अनिरुद्ध आचार्य के मामले पर टिप्पणी की थी। संतों ने इसे हिंदू संतों और समाज के अपमान से जोड़कर देखा है। इस प्रकरण ने उत्तर प्रदेश की सियासत में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है।