वाशिंगटन, 17 जुलाई 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर अपनी राय में बड़े बदलाव का खुलासा किया है, और इसका श्रेय उन्होंने अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप को दिया है। ट्रंप, जो पहले पुतिन को ‘जीनियस’ तक कह चुके हैं, अब उनसे गहरी निराशा जता रहे हैं। मेलानिया की सतर्कता और उनके तीखे विश्लेषण ने ट्रंप को पुतिन के दोहरे चरित्र को समझने में मदद की है।
नाटो महासचिव मार्क रूट के साथ हालिया बैठक में ट्रंप ने खुलासा किया कि मेलानिया ने उन्हें बताया कि पुतिन शांति समझौते की बात तो करते हैं, लेकिन उनके कथन और कर्म में कोई मेल नहीं। ट्रंप ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, “मैंने पुतिन से फोन पर शांति समझौते को लेकर बात की। बातचीत बहुत अच्छी रही। लेकिन घर लौटकर जब मैंने मेलानिया को यह बताया, तो उन्होंने कहा, ‘सच में? रूस ने अभी एक नर्सिंग होम पर बमबारी की है।’ मैंने टीवी ऑन किया और देखा कि मेलानिया सही थीं।”
ट्रंप का यू-टर्न: जेलेंस्की को मॉस्को पर हमले की सलाह से पलटी
पिछले हफ्ते ट्रंप का रुख यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर तेजी से बदला। सोमवार को उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से पूछा कि क्या वे मॉस्को पर हमला कर सकते हैं, जिसके जवाब में जेलेंस्की ने कहा, “बिल्कुल, बस हमें हथियार चाहिए।” लेकिन मंगलवार को ट्रंप ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि जेलेंस्की को मॉस्को पर हमला नहीं करना चाहिए। ट्रंप ने यह भी कहा कि वह कई संघर्षों को सुलझाने में सफल रहे हैं, लेकिन यूक्रेन-रूस मसला अब भी अनसुलझा है।
पुतिन से निराशा, रूस पर सख्ती की चेतावनी
ट्रंप ने पुतिन पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें कई लोगों की हत्या का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अगले 50 दिनों में यूक्रेन युद्ध खत्म करने का कोई समझौता नहीं हुआ, तो रूस पर कड़े टैरिफ लगाए जाएंगे। साथ ही, अमेरिका यूक्रेन को सैन्य सहायता बढ़ाने की योजना बना रहा है ताकि रूसी हमलों से उसका बचाव हो सके।
मेलानिया की दूरदर्शिता और ट्रंप के बदले रुख ने वैश्विक मंच पर नई बहस छेड़ दी है। क्या यह यूक्रेन-रूस युद्ध में निर्णायक मोड़ लाएगा, या यह महज एक और कूटनीतिक दांव है? दुनिया की नजरें अब ट्रंप के अगले कदम पर टिकी हैं।