नई दिल्ली/कोलकाता, 14 जुलाई 2025: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन शोधन और सामूहिक निवेश योजनाओं में धोखाधड़ी के मामलों में कड़ा कदम उठाते हुए देश और विदेश में कई बड़ी कार्रवाइयां की हैं।
दिल्ली ज़ोनल कार्यालय ने 762.47 करोड़ की संपत्तियां कुर्क कीं
ईडी के दिल्ली ज़ोनल कार्यालय ने मेसर्स पीएसीएल और अन्य के खिलाफ सामूहिक निवेश योजनाओं के जरिए धोखाधड़ी के मामले में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र और ऑस्ट्रेलिया में स्थित 68 अचल संपत्तियों को अनंतिम रूप से कुर्क किया है। इन संपत्तियों का वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 762.47 करोड़ रुपये आंका गया है। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत की गई है।
कोलकाता में लिकेन मेटल्स के खिलाफ अभियोजन शिकायत
ईडी के कोलकाता आंचलिक कार्यालय ने राज्य व्यापार निगम, कोलकाता के अधिकारियों की मिलीभगत से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) से फॉरवर्ड एक्सचेंज कवर हासिल कर 31.93 करोड़ रुपये का गलत लाभ कमाने के मामले में लिकेन मेटल्स प्राइवेट लिमिटेड और चार अन्य के खिलाफ 9 जुलाई 2025 को पीएमएलए, 2002 के तहत अभियोजन शिकायत दर्ज की है।
सहारा समूह के सहयोगी गिरफ्तार
ईडी, कोलकाता ने सहारा समूह के सीसीएम कार्यालय के कार्यकारी निदेशक अनिल वैलापरम्पिल अब्राहम और सहारा इंडिया की समूह संस्थाओं के खिलाफ धन शोधन के मामले में सहारा समूह के लंबे समय से सहयोगी और संपत्ति दलाल जितेंद्र प्रसाद वर्मा को गिरफ्तार किया है। जांच में पाया गया कि वर्मा सहारा समूह की अचल संपत्तियों को बेचकर धन की हेराफेरी में शामिल थे, जो निवेशकों के हितों के खिलाफ है।
एलएफएस ब्रोकिंग के निदेशक हिरासत में
ईडी, कोलकाता ने उच्च रिटर्न के झूठे वादों के जरिए जनता से निवेश जुटाने के मामले में मेसर्स एलएफएस ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सैयद जियाजुर रहमान को 5 जुलाई 2025 को गिरफ्तार किया। रहमान को माननीय मुख्य न्यायाधीश, सिटी सेशन कोर्ट, कोलकाता द्वारा जारी पेशी वारंट के आधार पर पेश किया गया था। उन्हें 14 जुलाई 2025 तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है।
ईडी की इन कार्रवाइयों से वित्तीय धोखाधड़ी और धन शोधन के खिलाफ सख्त रुख का संदेश दिया गया है। जांच एजेंसी ने कहा कि वह भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों पर नजर रखेगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रखेगी।