नई दिल्ली, 14 जुलाई 2025: भारत की बैडमिंटन सनसनी और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल ने अपने पति और पूर्व शटलर पारुपल्ली कश्यप से अलग होने की दिल दहला देने वाली खबर साझा की है। रविवार देर रात, साइना ने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए इस फैसले की घोषणा की, जिसने खेल प्रेमियों को स्तब्ध कर दिया। उनके शब्दों में गहरा भाव और संयम झलकता था: “कभी-कभी जिंदगी हमें अलग रास्तों पर ले जाती है। बहुत सोच-विचार के बाद, हमने (पारुपल्ली कश्यप और मैंने) अलग होने का फैसला लिया है। हम एक-दूसरे के लिए शांति, विकास और खुशहाल जिंदगी की कामना करते हैं।” साइना ने अपने प्रशंसकों से निजता का सम्मान करने की अपील भी की, जो इस संवेदनशील पल में उनकी गरिमा को दर्शाता है।
कोर्ट से शुरू हुई प्रेम कहानी
साइना और कश्यप की कहानी किसी प्रेरणादायक फिल्म से कम नहीं थी। दोनों की मुलाकात हैदराबाद की पुलेला गोपीचंद अकादमी में हुई, जहां बचपन से एक साथ पसीना बहाते हुए उन्होंने बैडमिंटन की बारीकियां सीखीं। कोर्ट पर एक-दूसरे के साथी रहे इस जोड़े ने 14 दिसंबर 2018 को शादी के बंधन में बंधकर अपने रिश्ते को नया नाम दिया। साइना ने 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर और वर्ल्ड नंबर 1 बनकर भारत का गौरव बढ़ाया, तो कश्यप ने 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक हासिल कर दुनिया के टॉप-10 शटलरों में जगह बनाई। उनकी जोड़ी न केवल कोर्ट पर, बल्कि निजी जिंदगी में भी प्रशंसकों के लिए प्रेरणा थी।
नया अध्याय, अलग रास्ते
पारुपल्ली कश्यप ने 2024 में पेशेवर बैडमिंटन को अलविदा कहकर कोचिंग की दुनिया में कदम रखा है, जहां वह नई प्रतिभाओं को तराश रहे हैं। दूसरी ओर, साइना पिछले साल सिंगापुर ओपन 2023 के बाद से कोर्ट से दूर हैं। आर्थराइटिस की समस्या ने उनके करियर को चुनौती दी है, और उन्होंने पिछले साल गगन नारंग के पॉडकास्ट ‘हाउस ऑफ ग्लोरी’ में संन्यास को लेकर विचार व्यक्त किया था। “मैं भी इस बारे में सोच रही हूं,” साइना ने कहा था, संकेत देते हुए कि 2025 के अंत तक वह अपने भविष्य का फैसला ले सकती हैं।
साइना: एक लीजेंड की विरासत
साइना नेहवाल सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि भारत में बैडमिंटन क्रांति की प्रतीक हैं। वह पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ओलंपिक पदक, वर्ल्ड चैंपियनशिप फाइनल और जूनियर वर्ल्ड टाइटल अपने नाम किया। उनकी उपलब्धियों ने न केवल खेल को लोकप्रिय बनाया, बल्कि लाखों युवाओं को प्रेरित किया।
एक नई शुरुआत की ओर
साइना और कश्यप का यह फैसला निस्संदेह उनके प्रशंसकों के लिए भावुक करने वाला है, लेकिन दोनों के संदेश में सकारात्मकता और एक-दूसरे के प्रति सम्मान साफ झलकता है। साइना ने अपने संदेश में बीते पलों के लिए आभार जताया और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। यह अलगाव भले ही एक कहानी का अंत हो, लेकिन यह दोनों के लिए नए अवसरों और संभावनाओं की शुरुआत भी है।
खेल जगत और प्रशंसक अब साइना के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं। क्या वह कोर्ट पर वापसी करेंगी, या नई पारी की शुरुआत करेंगी? समय ही बताएगा, लेकिन एक बात तय है—साइना नेहवाल की चमक कभी फीकी नहीं पड़ेगी।