वाराणसी, 10 जुलाई 2025: पिंडरा से भाजपा विधायक डॉ. अवधेश सिंह के भतीजे गौरव सिंह उर्फ पिन्चू की वायरल इंस्टाग्राम रील ने सियासी गलियारों में हंगामा मचा दिया है। अब इस मामले ने नया रुख ले लिया है, क्योंकि गौरव सिंह और उनके परिवार ने विपक्षी दलों और कुछ तथाकथित पत्रकारों पर छवि खराब करने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए न्यायिक जांच की मांग की है।
सुनियोजित साजिश का आरोप
गौरव सिंह का दावा है कि उनकी वायरल रील को “कुत्सित और सुनियोजित” तरीके से तूल देकर उनकी और परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई गई है। एक लिखित शिकायत में उन्होंने कहा, “विपक्षी तत्वों की हरकतों से हमें मानसिक और सामाजिक क्षति हुई है। सूत्रों से पता चला है कि इस मामले को उछालने वाले कई कथित पत्रकार फर्जी हैं, जिनके पास न तो वैध प्रेस पहचान पत्र है और न ही पत्रकारिता से जुड़ा कोई प्रमाण।”
फर्जी पत्रकारों पर निशाना
गौरव ने कुछ सोशल मीडिया यूजर्स पर खुद को पत्रकार बताकर अफवाहें फैलाने और प्रतिष्ठित लोगों की छवि धूमिल करने का भी आरोप लगाया। उनके मुताबिक, ऐसे लोग निजी स्वार्थ के लिए समाज में नकारात्मक माहौल बनाते हैं।
न्यायिक जांच की जोरदार मांग
गौरव सिंह ने प्रशासन से मांग की है कि इस पूरे मामले की न्यायिक जांच हो और दोषी विपक्षी नेताओं व फर्जी पत्रकारों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि यह जांच न केवल उनके परिवार की प्रतिष्ठा की रक्षा करेगी, बल्कि समाज में गलत सूचनाओं के प्रसार को भी रोकेगी।
दो ध्रुवों में बंटा विवाद
यह मामला अब दो धड़ों में बंट गया है। विपक्ष इस वीडियो को कानून-व्यवस्था की नाकामी और गुंडई का प्रतीक बता रहा है, जबकि गौरव के समर्थकों का कहना है कि वीडियो को राजनीतिक रंग देकर गलत तरीके से पेश किया गया।
आगे क्या?
अब सभी की निगाहें वाराणसी पुलिस और प्रशासन पर टिकी हैं कि इस “रील बनाम रियलिटी” के खेल में वे क्या कदम उठाते हैं। क्या यह विवाद महज सोशल मीडिया की सनसनी बनकर रह जाएगा, या फिर इसकी गूंज अदालतों तक पहुंचेगी? यह देखना बाकी है।