पोर्ट ऑफ स्पेन, 7 जुलाई 2025: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा के दौरान वहां के प्रधानमंत्री को एक अनूठा और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध उपहार भेंट किया। यह उपहार था अयोध्या के श्री राम मंदिर की चांदी से निर्मित एक सुंदर रेप्लिका और सरयू नदी के पवित्र जल से भरा एक अष्टधातु का कलश। यह भावपूर्ण भेंट भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, जो दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को और मजबूत करता है।
श्री राम मंदिर की चांदी की रेप्लिका उत्तर प्रदेश के कुशल कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित है, जो मंदिर की भव्यता और जटिल वास्तुकला को जीवंत रूप में दर्शाती है। शुद्ध चांदी से निर्मित यह प्रतिकृति पवित्रता, भक्ति और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं का प्रतीक है। यह न केवल एक सजावटी कृति है, बल्कि अयोध्या की आध्यात्मिक विरासत और भगवान राम के प्रति भारतीयों की अटूट श्रद्धा का सम्मान भी है।
इसके साथ ही, पीएम मोदी ने सरयू नदी के पवित्र जल से भरा एक अष्टधातु का कलश भी भेंट किया। हिंदू परंपरा में सरयू नदी का विशेष महत्व है, जो भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या से होकर बहती है। इस नदी का जल पापों का नाश करने वाला और शांति व समृद्धि का वाहक माना जाता है। अष्टधातु से बना यह कलश पवित्रता, ईश्वरीय कृपा और आध्यात्मिक कल्याण का प्रतीक है, जो भारतीय संस्कृति में शुभता और समृद्धि का आह्वान करता है।
यह उपहार न केवल भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गहराई को प्रदर्शित करता है, बल्कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के भारतीय दर्शन को भी रेखांकित करता है, जो विश्व को एक परिवार मानता है। इस भेंट के माध्यम से पीएम मोदी ने भारत की कालातीत परंपराओं और अयोध्या की पवित्र विरासत को वैश्विक मंच पर सम्मानित किया, जिसे त्रिनिदाद और टोबैगो के प्रधानमंत्री ने गर्मजोशी के साथ स्वीकार किया।