अमेठी, 7 जुलाई 2025: मुसाफिरखाना तहसील के जगदीशपुर कस्बे में अवैध रूप से संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर सोमवार को प्रशासन ने कड़ा प्रहार किया। उप जिलाधिकारी (एसडीएम) अभिनव कनौजिया के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी कर चार अल्ट्रासाउंड सेंटरों—नवीन, जसीम, श्रीराम और मैक्स—को अनियमितताओं के चलते सील कर दिया। इस कार्रवाई से कस्बे में हड़कंप मच गया और कई सेंटर संचालक मौके से फरार हो गए।
जगदीशपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने संचालित इन सेंटरों पर लंबे समय से बिना योग्य डॉक्टरों के अल्ट्रासाउंड किए जाने की शिकायतें मिल रही थीं। स्थानीय लोगों की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए एसडीएम ने स्वास्थ्य टीम और जगदीशपुर कोतवाली पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की। जांच में पाया गया कि ये सेंटर बिना लाइसेंस और प्रशिक्षित चिकित्सकों के टेक्नीशियनों या असिस्टेंट्स के जरिए अल्ट्रासाउंड कर रहे थे, जिससे मरीजों की जान को गंभीर खतरा था।
एसडीएम अभिनव कनौजिया ने बताया, “हमें लगातार सूचनाएं मिल रही थीं कि ये सेंटर अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं। बिना डॉक्टर के अल्ट्रासाउंड करने से लोगों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा था। छापेमारी के दौरान सेंटर संचालक भाग गए, लेकिन हमने चारों सेंटरों को सील कर दिया है। आगे की जांच के बाद सभी दोषियों के खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।”
इस कार्रवाई के दौरान जगदीशपुर कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर धीरेंद्र कुमार यादव अपनी टीम के साथ मौजूद रहे। कस्बे में इस छापेमारी की खबर जंगल की आग की तरह फैल गई, जिससे अन्य अवैध सेंटर संचालकों में भी खौफ का माहौल है। स्थानीय लोग प्रशासन की इस पहल की सराहना कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि ऐसी कार्रवाइयां भविष्य में भी जारी रहेंगी ताकि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ रोका जा सके।
जांच अभी जारी है, और प्रशासन ने चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।