बलिया (उत्तर प्रदेश), 7 जुलाई 2025: जिले के रेवती थाना क्षेत्र के खरिका गांव में रविवार रात मुहर्रम जुलूस के दौरान बिजली के तार काटने को लेकर दो समुदायों में तनाव भड़क उठा। विवाद इतना बढ़ा कि फायरिंग और पथराव की नौबत आ गई, जिसमें चार लोग घायल हो गए। इस घटना में पुलिस की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक (एसपी) ओमवीर सिंह ने थाना प्रभारी प्रशांत चौधरी को लाइन हाजिर कर दिया, जबकि उपनिरीक्षक जितेंद्र पांडेय और आरक्षी आनंद कुमार को निलंबित कर दिया गया।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
पुलिस के मुताबिक, रविवार शाम को ताजिया जुलूस के दौरान बिजली का तार जुलूस से छू गया, जिसे काटने को लेकर दो पक्षों में कहासुनी शुरू हुई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला, लेकिन रात 11 बजे जुलूस के लौटने पर विवाद फिर गरमा गया। हालात बेकाबू होने पर कुछ लोगों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जबकि पथराव में महिलाएं भी शामिल थीं।
चार घायल, दो की हालत गंभीर
हिंसा में नौसाद अंसारी (21) और अर्श मोहम्मद (16) को गोली लगी, जबकि टीपू अंसारी (20) और मोहम्मद इंतजार (18) पथराव में घायल हुए। सभी घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां नौसाद (पेट में गोली) और अर्श (हाथ में गोली) की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें वाराणसी रेफर किया गया। जिला अस्पताल के डॉ. विशाल ने बताया कि घायलों का प्राथमिक उपचार किया गया, लेकिन दो लोगों की स्थिति नाजुक बनी हुई है।
पुलिस पर गिरी गाज
घटना के बाद पुलिस की भूमिका पर सवाल उठे। एसपी ओमवीर सिंह ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लापरवाही बरतने वाले थाना प्रभारी सहित दो अन्य पुलिसकर्मियों पर कड़ा एक्शन लिया। पुलिस ने गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त बल तैनात किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश और तनाव का माहौल है, लेकिन प्रशासन ने स्थिति पर काबू पाने के लिए शांति बनाए रखने की अपील की है। घटना की गहन जांच के आदेश दे दिए गए हैं।