लखनऊ, 6 जुलाई 2025: आयकर विभाग ने बाबू बनारसी दास (BBD) ग्रुप के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग ₹100 करोड़ की संपत्तियों को बेनामी लेनदेन निषेध अधिनियम, 1988 के तहत जब्त किया है। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अयोध्या रोड पर स्थित उत्तरधौना, जुग्गौर, 13 खास, सरायशेख और सेमरा ग्राम क्षेत्रों में की गई, जहां ये संपत्तियां BBD यूनिवर्सिटी के आसपास फैली हुई हैं।
जांच के अनुसार, जब्त की गई संपत्तियां वर्ष 2005 से 2015 के बीच खरीदी गई थीं। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि इन संपत्तियों के संभावित लाभार्थियों में अलका दास, उनके पुत्र विराज सागर दास, तथा विराज इंफ्राटाउन प्राइवेट लिमिटेड और हाईटेक प्रोटेक्शन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड जैसी कंपनियां शामिल हैं।
आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई बेनामी संपत्तियों की पहचान और उनके खिलाफ कठोर कदम उठाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विभाग ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है, जिसमें संपत्तियों के स्वामित्व और लेनदेन की गहराई से पड़ताल की जाएगी।
इस कार्रवाई से लखनऊ के कारोबारी और शैक्षणिक हलकों में हलचल मच गई है। BBD ग्रुप की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। आयकर विभाग का कहना है कि जांच पूरी होने तक और भी खुलासे हो सकते हैं।