कानपुर, 05 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के घाटमपुर क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक स्कूल शिक्षक ने मासूम छात्रा को ‘जादू दिखाने’ के बहाने कमरे में ले जाकर उसके साथ अश्लील हरकत की और रेप की कोशिश की। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी, और गुस्साए लोगों ने स्कूल के बाहर जमकर हंगामा किया।
क्या है पूरा मामला?
घटना शुक्रवार दोपहर की है, जब घाटमपुर के एक स्कूल में पढ़ाने वाला 19 वर्षीय शिक्षक राज कुशवाहा ने आठ साल की एक छात्रा को बहला-फुसलाकर स्कूल के एक सुनसान कमरे में ले गया। स्कूल में छुट्टी से 10 मिनट पहले बजने वाली अलर्ट बेल के बाद उसने छात्रा को ‘जादू दिखाने’ का लालच दिया और उसे आपातकालीन स्थिति के लिए रिजर्व कमरे में ले गया। वहां उसने छात्रा के साथ छेड़छाड़ शुरू की और रेप की कोशिश की। बच्ची के रोने पर वह घबरा गया और उसे चुप कराकर क्लास में भेज दिया।
बड़ी बहन को बताई आपबीती, मचा बवाल
पीड़िता ने डरते हुए अपनी बड़ी बहन को पूरी घटना बताई, जो उसी स्कूल में इंटर की छात्रा है। इसके बाद मामला स्कूल प्रशासन तक पहुंचा। गुस्साए स्कूल स्टाफ ने तुरंत आरोपी शिक्षक को कमरे में बंद कर दिया और पुलिस को सूचना दी। खबर फैलते ही पीड़िता के परिजन और स्थानीय लोग स्कूल के बाहर जमा हो गए और आरोपी को सख्त सजा देने की मांग करने लगे। भीड़ का गुस्सा इस बात पर था कि जब बच्चियां स्कूल जैसे सुरक्षित स्थान पर भी सुरक्षित नहीं हैं, तो उनकी सुरक्षा कहां होगी?
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
घाटमपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी राज कुशवाहा को हिरासत में लिया। इंस्पेक्टर के मुताबिक, पीड़िता की शिकायत के आधार पर शिक्षक के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दो दिन पहले ही हुआ था चयन
जानकारी के मुताबिक, आरोपी राज कुशवाहा को दो दिन पहले ही स्कूल में कला शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था। इससे पहले वह हमीरपुर के मौदहा में पढ़ाता था। स्कूल प्रशासन का कहना है कि किसी ने नहीं सोचा था कि नया शिक्षक इतनी घिनौनी हरकत करेगा। इस घटना ने स्कूल प्रबंधन को भी सकते में डाल दिया है।
लोगों में आक्रोश, उठी सख्त कार्रवाई की मांग
घटना की जानकारी मिलते ही स्कूल के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों और परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर भी सवाल उठाए और मांग की कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। लोगों का कहना था, “अगर स्कूल में बच्चियां सुरक्षित नहीं, तो फिर कहां सुरक्षित होंगी?”
यह घटना न केवल शिक्षा जगत के लिए शर्मनाक है, बल्कि समाज में बच्चियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े करती है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।