मीरजापुर, 5 जुलाई 2025, शनिवार: मां विंध्यवासिनी धाम, जहां श्रद्धा और भक्ति की गंगा बहती है, वहां शुक्रवार देर रात एक ऐसी घटना घटी, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया। मंदिर के पवित्र गर्भगृह में, जहां मां की शयन आरती की तैयारी चल रही थी, कुछ लोगों ने न केवल पंडों के साथ मारपीट की, बल्कि माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। इस घटना ने भक्तों में दहशत फैला दी और मंदिर की शांति को भंग कर दिया।
क्या है पूरा मामला?
पाकरतर निवासी बड़े श्रृंगारिया विश्व मोहन मिश्रा, जो प्रतिदिन मां विंध्यवासिनी के शयन की सेवा निभाते हैं, अपने पुत्र शिवांजू मिश्रा के साथ शुक्रवार रात करीब 11:55 बजे गर्भगृह में थे। वे मां की शयन आरती की तैयारी कर रहे थे। तभी अमित पांडेय अपने भाई सुमित पांडेय, नवनीत पांडेय और कुछ अज्ञात लोगों के साथ गर्भगृह में दाखिल हुए। आरोप है कि उन्होंने न केवल पूजा में व्यवधान डाला, बल्कि यह कहकर विवाद शुरू किया कि जब तक उनकी पूजा पूरी नहीं होगी, मां का शयन नहीं होने दिया जाएगा।
विवाद से मारपीट तक
विश्व मोहन और उनके पुत्र ने जब इसका विरोध किया, तो अमित पांडेय और उनके साथियों का गुस्सा भड़क उठा। आरोपियों ने दोनों पर हमला बोल दिया। मारपीट इतनी उग्र थी कि शिवांजू की सोने की चेन और रुद्राक्ष की चांदी की माला तक छीन ली गई। इतना ही नहीं, आरोपियों ने धमकी दी कि अगर इसकी शिकायत की गई, तो पूरे परिवार को जान से मार दिया जाएगा। गर्भगृह में मां के सामने हुई इस घटना से वहां मौजूद भक्तों में भगदड़ मच गई। मौके पर मौजूद दर्शनार्थियों और मंदिर के सेवकों ने बीच-बचाव कर किसी तरह स्थिति को संभाला।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
विश्व मोहन की तहरीर पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अमित पांडेय, सुमित पांडेय, नवनीत पांडेय और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। उन पर मारपीट, डकैती, धमकी देने, शांतिभंग करने और किसी के रोजगार में बाधा डालने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। एएसपी सिटी नितेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
भक्तों में आक्रोश, मंदिर की गरिमा पर सवाल
यह घटना न केवल मां विंध्यवासिनी धाम की पवित्रता पर दाग है, बल्कि उन लाखों भक्तों की आस्था को भी ठेस पहुंचाती है, जो यहां शांति और आशीर्वाद की तलाश में आते हैं। गर्भगृह जैसी पवित्र जगह पर मारपीट और धमकी की घटना ने मंदिर प्रशासन और स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मंदिर की व्यवस्था में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
आगे क्या?
पुलिस इस मामले में सख्ती से कार्रवाई करने का दावा कर रही है। भक्तों और स्थानीय लोगों की मांग है कि दोषियों को कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। मां विंध्यवासिनी के दरबार में शांति और भक्ति का माहौल फिर से स्थापित हो, यही सभी की कामना है।