वाराणसी, 4 जुलाई 2025, शुक्रवार: प्यार की शुरुआत शादी समारोह में हुई, लेकिन अंत एक ढाबे के कमरे में खून से सनी लाश के साथ हुआ। वाराणसी के मिर्जामुराद की MSc छात्रा अलका बिंद (22) की निर्मम हत्या का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस ने उसके बॉयफ्रेंड साहब बिंद को 27 घंटे की सघन तलाशी और गुरुवार की देर रात मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। साहब ने कबूला कि शादी का दबाव और बार-बार पैसे की मांग से तंग आकर उसने अलका का गला रेत दिया।
ढाबे के कमरे में मिली लाश, CCTV ने खोला राज
2 जुलाई की शाम 4 बजे नेशनल हाईवे पर रूपापुर के होटल विधान बसेरा ढाबे के एक कमरे में अलका की लाश कंबल में लिपटी मिली। होटल स्टाफ को शक तब हुआ, जब शाम तक कमरा खाली नहीं हुआ। सफाई के लिए गए कर्मचारी ने बेड पर लाश देखी और पुलिस को सूचना दी। पास ही ढाबे के किचन से लिया गया खून से सना चाकू बरामद हुआ, जिससे हत्या की पुष्टि हुई। CCTV फुटेज में साहब कमरे में जाता दिखा, जिसने पुलिस को उस तक पहुंचाया।
प्यार से मर्डर तक: साहब ने बताई कहानी
पुलिस हिरासत में साहब ने बताया कि वह सूरत की कपड़ा फैक्ट्री में काम करता है। 2024 में एक शादी समारोह में अलका से मुलाकात हुई थी। दोनों में बातचीत शुरू हुई और प्यार परवान चढ़ा। साहब ने कहा, “अलका शादी का दबाव बना रही थी। मेरी छोटी-सी नौकरी थी, मैं तैयार नहीं था। वह बार-बार पैसे मांगती थी। मैंने पहले दिए, लेकिन कब तक देता?” साहब ने 30 जून को फोन पर अलका को 2 जुलाई को होटल बुलाया। वहां झगड़े के बाद गुस्से में उसने चाकू से अलका की गर्दन रेत दी। खून से लथपथ लाश को कंबल में लपेटकर वह उसका पहचान पत्र और मोबाइल लेकर भागा, ताकि पहचान छिपे।
पुलिस की चुस्ती, मुठभेड़ में पकड़ा गया कातिल
पुलिस ने CCTV, फिंगरप्रिंट्स और अलका के मोबाइल कॉल डिटेल्स के आधार पर साहब को ट्रेस किया। भदोही में उसकी बहन के घर छिपे साहब को पुलिस ने घेर लिया। पुलिस अफसरों के मुताबिक, साहब को थाने लाया जा रहा था। मिर्जामुराद के पास साहब ने पुलिस की पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की, लेकिन गोली लगने से घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने ढाबा मैनेजर समेत चार लोगों को भी हिरासत में लिया है।
परिवार का आक्रोश, हाईवे पर चक्का जाम
अलका के पिता चंद्रशेखर बिंद ने बताया, “बेटी ने कहा था कि वह एग्जाम देने जा रही है, लेकिन कॉलेज में कोई पेपर था ही नहीं।” लाश मिलने की खबर से टूटे परिवार ने गुरुवार को वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया। ग्रामीणों ने होटल पर बुलडोजर चलाने की मांग की। तीन घंटे बाद पुलिस के आश्वासन पर जाम खुला।
कॉलेज की पढ़ाई और अधूरी प्रेम कहानी
अलका खोचवा के PG कॉलेज में MSc की पढ़ाई कर रही थी। उसकी सहेलियों ने पुलिस को बताया कि वह साहब से अक्सर मिलती थी। ढाबे के स्टाफ ने भी पुष्टि की कि दोनों पहले भी कई बार वहां आ चुके थे। एक साल की प्रेम कहानी, जो शादी के दबाव और पैसे की उगाही में उलझकर खूनी अंजाम तक पहुंची, ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया।
पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है। यह वारदात न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि प्यार की आड़ में रिश्ते कैसे खतरनाक मोड़ ले सकते हैं।