गाजियाबाद/वाराणसी, 3 जुलाई 2025: पवित्र कैलाश मानसरोवर यात्रा पूरी कर लौटे तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे का आज गाजियाबाद में भावपूर्ण स्वागत किया गया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने तीर्थयात्रियों को भगवान विश्वनाथ को अर्पित रुद्राक्ष माला प्रसाद और सुगम दर्शन कार्ड भेंटकर सम्मानित किया। यह आयोजन कैलाश मानसरोवर भवन, गाजियाबाद में सुबह के समय संपन्न हुआ।

15 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने पहले दल को बड़े समारोह के साथ तीर्थयात्रा के लिए रवाना किया था। इस अवसर पर प्रमुख सचिव धर्मार्थ कार्य, पर्यटन और संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम, विशेष सचिव संस्कृति संजय सिंह, जिलाधिकारी गाजियाबाद दीपक कुमार, उत्तर प्रदेश पर्यटन निगम की निदेशक सान्या छाबड़ा और संयुक्त निदेशक धर्मार्थ कार्य विश्व भूषण मिश्र मौजूद थे। विश्व भूषण मिश्र, जो श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी भी हैं, ने उस समय घोषणा की थी कि यात्रा पूरी करने वाले तीर्थयात्रियों को मंदिर न्यास की ओर से विशेष भेंट दी जाएगी।

इस घोषणा को अमल में लाते हुए, मंदिर न्यास के डिप्टी कलेक्टर पवन प्रकाश पाठक काशी से गाजियाबाद पहुंचे और तीर्थयात्रियों को रुद्राक्ष माला प्रसाद और सुगम दर्शन कार्ड प्रदान किया। यह क्यूआर कोड युक्त कार्ड तीर्थयात्रियों को अपने परिवार के चार अन्य सदस्यों के साथ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सुगम दर्शन की सुविधा प्रदान करता है। यह कार्ड 30 जून 2026 तक वैध रहेगा, हालांकि श्रावण सोमवार, महाशिवरात्रि, रक्षाबंधन और रंगभरी एकादशी जैसे पर्वों पर इसका उपयोग नहीं हो सकेगा।

विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि मंदिर न्यास कैलाश मानसरोवर यात्रा पूरी करने वाले प्रत्येक दल को यह भेंट देगा। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के निवासी तीर्थयात्रियों के लिए एक लाख रुपये की यात्रा सब्सिडी की घोषणा की है। इसके लिए शासनादेश जारी हो चुका है और ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गाजियाबाद के कैलाश मानसरोवर भवन में आवेदन के लिए विशेष डेस्क भी स्थापित किया गया है।

उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य तीर्थयात्रियों को सर्वोत्तम सुविधाएं और यादगार अनुभव प्रदान करना है। इसके लिए धर्मार्थ कार्य विभाग, पर्यटन विभाग और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास मिलकर हर संभव प्रयास कर रहे हैं। भेंट प्राप्त करने वाले तीर्थयात्रियों ने इस पहल पर खुशी जताई और इसे एक अविस्मरणीय सम्मान बताया।

यह आयोजन न केवल तीर्थयात्रियों के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण था, बल्कि उत्तर प्रदेश सरकार की तीर्थाटन को प्रोत्साहन देने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।