नई दिल्ली, 2 जुलाई 2025। अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के भीषण हादसे ने देश को हिलाकर रख दिया था। वहीं, अब शुरुआती जांच में सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि विमान के दोनों इंजन फेल होने से यह त्रासदी हुई। इस दुर्घटना में 241 यात्रियों और मेडिकल कॉलेज के छात्रों सहित 270 लोगों की जान चली गई थी।
एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) के सूत्रों के मुताबिक, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद बोइंग 787 ऊंचाई हासिल नहीं कर सका और सीधे एक मेडिकल कॉलेज की छत पर जा गिरा। जांच में पता चला कि हादसे से ठीक पहले Ram Air Turbine (RAT) सक्रिय हुई थी, जो केवल दोनों इंजनों के पूरी तरह बंद होने पर काम करती है। यह एक बेहद दुर्लभ और गंभीर स्थिति है।
विमान में लगे जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) के दो इंजनों की विफलता के कारणों की तहकीकात जारी है। क्या बिजली की खराबी, ईंधन में मिलावट या इंजन नियंत्रण प्रणाली की गड़बड़ी इस हादसे का कारण थी? AAIB इसकी गहराई से जांच कर रहा है। जीई और एयर इंडिया ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
वीडियो फुटेज से पुष्टि हुई है कि टेकऑफ के बाद विमान ऊंचाई पर नहीं जा सका और तेजी से नीचे गिर गया। सिमुलेशन टेस्ट में सामने आया कि लैंडिंग गियर और विंग फ्लैप वापस खींचे गए थे, जो हादसे की जटिलता को और बढ़ाता है।
हादसे की दोहरी जांच शुरू हो चुकी है। AAIB की तकनीकी टीम इंजन और सिस्टम की खामियों की पड़ताल कर रही है, जबकि गृह सचिव की अगुआई में एक अलग जांच मानवीय भूल या सुरक्षा चूक की संभावनाओं पर केंद्रित है। इस त्रासदी ने विमानन सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच पूरी होने तक देशवासियों की निगाहें जवाबों पर टिकी हैं।