गोरखपुर, 1 जुलाई 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सोमवार देर शाम गोरखनाथ मंदिर में शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया। नाथपंथ की विश्व प्रसिद्ध इस पीठ पर गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राष्ट्रपति का भव्य स्वागत किया गया। उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी मौजूद रहीं। पूजा-अर्चना के बाद राष्ट्रपति ने मंदिर परिसर में भोजन प्रसाद ग्रहण किया और श्रद्धालुओं से मुलाकात कर बच्चों को चॉकलेट बांटकर उनका दिल जीत लिया।
राष्ट्रपति का काफिला एम्स गोरखपुर के दीक्षांत समारोह के बाद सर्किट हाउस से गोरखनाथ मंदिर पहुंचा। मंदिर के मुख्य द्वार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। गोल्फकार्ट से सिंह द्वार तक पहुंचीं राष्ट्रपति का वहां से गर्भगृह तक पैदल मार्ग में साधु-संतों और वेदपाठी विद्यार्थियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभिवादन किया। मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, देवीपाटन मंदिर के महंत योगी मिथिलेशनाथ सहित कई संतों ने उन्हें सम्मानित किया।
वेदमंत्रों की पवित्र गूंज के बीच राष्ट्रपति ने गर्भगृह में गुरु गोरखनाथ की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धापूर्वक पूजन किया। गुरु गोरक्षनाथ संस्कृत विद्यापीठ के आचार्यों ने विधि-विधान से पूजा संपन्न कराई। पूजन के बाद मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को टेराकोटा से निर्मित भगवान गणेश की मूर्ति भेंट की। इसके बाद राष्ट्रपति पीठाधीश्वर आवास पहुंचीं, जहां योगी आदित्यनाथ ने उन्हें नाथपंथ और मंदिर की ऐतिहासिक महत्ता से अवगत कराया।
राष्ट्रपति ने मंदिर परिसर में बड़ी संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं का हाथ जोड़कर और लहराकर अभिवादन किया। बच्चों को अपने हाथों से चॉकलेट बांटकर उन्होंने सबका मन मोह लिया। भोजन प्रसाद ग्रहण करने के बाद वह रात्रि विश्राम के लिए सर्किट हाउस रवाना हुईं। मंगलवार दोपहर को भी राष्ट्रपति मंदिर में दर्शन के लिए पुनः आएंगी। यह दौरा न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि गोरखनाथ मंदिर और नाथपंथ की वैश्विक पहचान को और सशक्त करने वाला साबित हुआ।