लखीमपुर खीरी, 1 जुलाई 2025: मानवता को झकझोर देने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना ने लखीमपुर खीरी के रहजनिया गांव को सुर्खियों में ला दिया। सोमवार सुबह हाईवे किनारे कपड़े में लिपटा एक नवजात शिशु मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। राहगीरों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को तत्काल चिकित्सकीय देखभाल के लिए निजी अस्पताल भिजवाया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जुट गई। लोगों में इस क्रूर कृत्य को लेकर गुस्सा और आक्रोश देखा गया। एक ओर जहां लोग संतान सुख के लिए मंदिर-मस्जिदों के चक्कर काटते हैं, वहीं किसी ने अपने जिगर के टुकड़े को इस तरह सड़क किनारे लावारिस छोड़ दिया, जिसने हर किसी को सोच में डाल दिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मैगलगंज कोतवाली प्रभारी रविन्द्र कुमार पांडेय ने बताया कि नवजात बच्ची को प्राथमिक उपचार के लिए निजी अस्पताल भेजा गया है और उसकी हालत स्थिर है। चाइल्ड केयर संस्था को सूचित कर दिया गया है, जो जल्द बच्ची की देखभाल की जिम्मेदारी लेगी। उन्होंने कहा, “इस घोर निंदनीय कृत्य के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और जांच तेजी से चल रही है।”
ग्रामीणों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
स्थानीय लोगों ने इस अमानवीय घटना की कड़े शब्दों में निंदा की और प्रशासन से मांग की कि दोषी की शीघ्र पहचान कर कठोर कार्रवाई की जाए। ग्रामीण राम अवतार ने कहा, “ऐसे लोगों को समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। बच्ची को फेंकने वाले को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।” यह घटना न केवल लखीमपुर खीरी, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। आखिर कौन सी मजबूरी या क्रूरता किसी को इतना निर्दयी बना देती है? पुलिस की जांच और दोषियों की गिरफ्तारी से ही इस सवाल का जवाब मिल सकेगा।