नवी मुंबई, 1 जुलाई 2025: जुईनगर, सेक्टर 24 की घरकुल सोसायटी से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां 55 वर्षीय अनूप कुमार नायर ने पिछले तीन साल से खुद को अपने फ्लैट में कैद कर रखा था। एक समय कंप्यूटर प्रोग्रामर के रूप में काम करने वाले अनूप की जिंदगी मानसिक अवसाद, अकेलापन और पारिवारिक त्रासदियों की भेंट चढ़ गई।
जानकारी के मुताबिक, अनूप के जीवन में कई दुखद घटनाएं घटीं। कुछ साल पहले उनके माता-पिता का निधन हो गया, जबकि 20 साल पहले उनके बड़े भाई ने आत्महत्या कर ली थी। इन घटनाओं ने उनकी मानसिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित किया। नतीजतन, उन्होंने बाहरी दुनिया से खुद को पूरी तरह अलग कर लिया। वे केवल ऑनलाइन खाना ऑर्डर करके गुजारा करते थे।
स्थानीय लोगों के अनुसार, अनूप का फ्लैट एक तरह से कूड़े का ढेर बन चुका था। घर में कोई फर्नीचर नहीं था और चारों तरफ गंदगी फैली थी। पड़ोसियों ने बताया कि अनूप को शायद ही कभी बाहर देखा गया। इस मामले ने मानसिक स्वास्थ्य और अकेलेपन जैसे गंभीर मुद्दों पर एक बार फिर समाज का ध्यान खींचा है।
स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों ने अब अनूप की मदद के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। यह घटना न केवल एक व्यक्ति की दुखद कहानी को उजागर करती है, बल्कि यह भी सवाल उठाती है कि क्या हम अपने आसपास के लोगों की मानसिक स्थिति पर पर्याप्त ध्यान दे रहे हैं?