बांदा, 28 जून 2025: अवैध बालू खनन और परिवहन के खिलाफ बांदा प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए माफियाओं पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। यह एक्शन सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी और नरैनी के एसडीएम अमित शुक्ल के बीच ओवरलोड ट्रकों की सीजिंग को लेकर हुए हाई-वोल्टेज विवाद के बाद सामने आया, जिसने जिले में सनसनी मचा दी थी।
जिलाधिकारी जे. रीभा ने कमान संभालते हुए बालू माफियाओं के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ दी। 27 जून की देर रात जिले भर में छापेमारी का सिलसिला शुरू हुआ। पथरी मोड़ के पास अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व), अपर पुलिस अधीक्षक और खान अधिकारी की संयुक्त टीम ने चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान 9 ट्रक अवैध बालू परिवहन करते पकड़े गए। ये ट्रक टैम्पर्ड नंबर प्लेट, ओवरलोड और एक्सटेंड बॉडी के साथ नियमों को ठेंगा दिखा रहे थे। सभी वाहनों को कोतवाली देहात थाने में सौंप दिया गया।
यही नहीं, बांदा, पैलानी, अतर्रा, नरैनी और बबेरू के उपजिलाधिकारियों व यात्रीकर अधिकारी ने अपने-अपने क्षेत्रों में अभियान चलाकर 32 और ओवरलोड, बिना वैध दस्तावेज और टैम्पर्ड नंबर वाले वाहनों को धर दबोचा। कुल 41 ट्रकों पर कार्रवाई ने माफियाओं में खलबली मचा दी है।
विवाद की जड़ तब सामने आई जब नरैनी के एसडीएम अमित शुक्ल पर बालू माफियाओं ने हमला कर दिया था। अवैध बालू लदे ट्रकों को सीज करने के दौरान माफियाओं ने न केवल अभद्रता की, बल्कि एसडीएम के वाहन को पलटने की कोशिश भी की। इस मामले में चार नामजद और 25-30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, और पुलिस जांच में जुट गई है।
सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने सफाई देते हुए कहा कि उनका एसडीएम के साथ कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं है। इधर, घटना के बाद एसडीएम प्रशिक्षण के लिए लखनऊ रवाना हो गए। डीएम जे. रीभा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बालू माफियाओं के खिलाफ अभियान को और तेज कर दिया है। इस कार्रवाई से जिले में माफियाओं के हौसले पस्त हैं, और प्रशासन की सख्ती ने अवैध खनन पर लगाम कसने की उम्मीद जगाई है।