तेल अवीव/तेहरान, 25 जून 2025: भले ही ईरान और इजरायल के बीच 12 दिन की भीषण जंग के बाद सीजफायर हो गया हो, लेकिन दोनों देशों की दुश्मनी की आग जरा भी ठंडी नहीं पड़ी है। इजरायल ने अब ईरान के सेंट्रल बैंक को आतंकी संगठन घोषित कर सनसनीखेज कदम उठाया है। इस अभूतपूर्व कार्रवाई ने वैश्विक कूटनीति में हलचल मचा दी है।
इजरायल का दावा है कि ईरान का सेंट्रल बैंक आतंकी गतिविधियों को फंडिंग दे रहा है, जो क्षेत्रीय शांति के लिए गंभीर खतरा है। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कार्टज ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए ट्वीट किया, “मैंने मोसाद और राष्ट्रीय आर्थिक युद्ध मुख्यालय के अनुरोध पर ईरान के सेंट्रल बैंक को आतंकवादी संगठन घोषित करने के विशेष आदेश पर हस्ताक्षर किए। हमारा मकसद ईरानी आतंकवादी शासन की वित्तीय व्यवस्था की रीढ़ तोड़ना है।”
सीजफायर के बाद भी तनाव बरकरार
पिछले महीने दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष में सैकड़ों लोग मारे गए थे। सीजफायर के बाद उम्मीद थी कि तनाव कम होगा, लेकिन इजरायल का यह कदम दोनों देशों के बीच नए सिरे से टकराव की आशंका को जन्म दे रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कार्रवाई से ईरान की अर्थव्यवस्था पर और दबाव बढ़ेगा, जो पहले से ही अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की मार झेल रही है।
ईरान की चुप्पी, दुनिया की नजर
फिलहाल, ईरान की ओर से इस फैसले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, तेहरान ने पहले इजरायल के आरोपों को खारिज करते हुए इसे “मनगढ़ंत और बदले की कार्रवाई” करार दिया था। वैश्विक समुदाय इस घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है, क्योंकि इसका असर न केवल मध्य पूर्व, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था और तेल बाजार पर भी पड़ सकता है।
क्या यह कदम मध्य पूर्व में एक नए टकराव का सबब बनेगा, या फिर यह सिर्फ कूटनीतिक दबाव की रणनीति है? सवाल कई हैं, लेकिन जवाब का इंतजार पूरी दुनिया को है।