वाराणसी, 24 जून 2025: काशी की पावन धरती पर आज सुबह एक अनूठा दृश्य देखने को मिला, जब उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने अपने परिवार के साथ प्राचीन कालभैरव मंदिर में शीश नवाया। भोर की पहली किरणों के बीच बाबा कालभैरव के दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे डीजीपी ने पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और प्रदेश की शांति व समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
काशी में बाबा कालभैरव को ‘नगरी का कोतवाल’ माना जाता है, जो न्याय और सुरक्षा के प्रतीक हैं। ऐसे में, प्रदेश के शीर्ष पुलिस अधिकारी का बाबा के दरबार में हाजिरी लगाना न केवल आध्यात्मिक, बल्कि प्रतीकात्मक रूप से भी गहरा संदेश देता है। डीजीपी राजीव कृष्ण की यह यात्रा सुरक्षा और श्रद्धा के अद्भुत संगम को दर्शाती है।
पूजा के दौरान डीजीपी पूरी सादगी और भक्ति भाव में डूबे नजर आए। मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं ने भी उनके इस सरल और आध्यात्मिक पक्ष की सराहना की। सूत्रों के अनुसार, डीजीपी ने बाबा कालभैरव से न केवल व्यक्तिगत, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए आशीर्वाद मांगा।
यह पहला अवसर नहीं है जब काशी की आध्यात्मिक शक्ति ने उच्च अधिकारियों को अपनी ओर आकर्षित किया हो, लेकिन डीजीपी का यह कदम काशी की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता को और रेखांकित करता है। बाबा कालभैरव के आशीर्वाद से डीजीपी राजीव कृष्ण प्रदेश में कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए प्रेरित होंगे, ऐसी उम्मीद की जा रही है।