मुंबई, 22 जून 2025, रविवार: बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान के आलीशान बंगले ‘मन्नत’ पर वन विभाग के अचानक छापे ने तहलका मचा दिया है। इस कार्रवाई ने न केवल प्रशंसकों को चौंकाया, बल्कि महाराष्ट्र सरकार को भी आगबबूला कर दिया। राज्य सरकार ने इस ‘अनपेक्षित’ दौरे पर सवाल उठाते हुए वन विभाग से पूरी रिपोर्ट तलब की है।
‘किंग खान’ के घर क्यों पहुंचे अधिकारी?
मामला तब गर्माया जब वन विभाग के अधिकारी बिना किसी पूर्व सूचना के शाहरुख के प्रतिष्ठित बंगले ‘मन्नत’ पहुंचे। इस कार्रवाई की वजह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसे लेकर सियासी और सामाजिक हलकों में हंगामा मच गया। महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मंत्री आशिष शेलार ने वन विभाग के इरादों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “शाहरुख खान के घर वन विभाग का जाना समझ से परे है। क्या मकसद था? अगर कोई शिकायत है, तो उसकी निष्पक्ष जांच हो, लेकिन बिना ठोस वजह के किसी को परेशान करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
महाराष्ट्र सरकार का सख्त रुख
मंत्री शेलार ने साफ कर दिया कि सरकार इस मामले की तह तक जाएगी। उन्होंने वन विभाग से कार्रवाई की विस्तृत जानकारी मांगने का ऐलान किया और कहा, “चाहे शाहरुख खान हों या कोई आम नागरिक, बेवजह की परेशानी किसी को नहीं दी जाएगी।” सरकार के इस रुख से साफ है कि वह इस विवाद को हल्के में नहीं ले रही।
सितारों की निजता पर फिर बहस छिड़ी
‘मन्नत’ पर हुई इस कार्रवाई ने एक बार फिर मुंबई में मशहूर हस्तियों की निजता और सुरक्षा को लेकर बहस को हवा दे दी है। शाहरुख खान, जो न केवल बॉलीवुड के सुपरस्टार हैं, बल्कि एक सांस्कृतिक प्रतीक भी हैं, उनके घर पर इस तरह की कार्रवाई ने प्रशंसकों में भी गुस्सा और उत्सुकता पैदा की है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक, लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर ‘किंग खान’ को निशाना क्यों बनाया गया?
‘मन्नत’ का मायाजाल और विवाद
बांद्रा के समुद्र तट पर स्थित ‘मन्नत’ सिर्फ एक बंगला नहीं, बल्कि शाहरुख के स्टारडम और सपनों का प्रतीक है। हर साल हजारों प्रशंसक इसकी एक झलक पाने के लिए वहां पहुंचते हैं। ऐसे में इस ऐतिहासिक इमारत पर वन विभाग की कार्रवाई ने न केवल शाहरुख के प्रशंसकों को हैरान किया, बल्कि यह सवाल भी खड़ा कर दिया कि क्या यह कार्रवाई किसी बड़े विवाद की शुरुआत है?
आगे क्या?
फिलहाल, सभी की निगाहें महाराष्ट्र सरकार और वन विभाग की जांच पर टिकी हैं। क्या यह मामला शाहरुख खान के लिए महज एक अस्थायी परेशानी साबित होगा, या फिर इसके पीछे कोई गहरी साजिश है? यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन इतना तय है कि ‘मन्नत’ का यह विवाद अभी सुर्खियों से दूर नहीं होने वाला।