बिजनौर, 22 जून 2025, रविवार: स्योहारा के एक कारोबारी वरुण चौहान की जिंदगी ऑनलाइन गेम की चकाचौंध में ऐसी उलझी कि उन्होंने मौत को गले लगा लिया। शुक्रवार को मुरादाबाद में अपने पानी के प्लांट में फंदे पर लटककर वरुण ने आत्महत्या कर ली। उनकी जेब से मिला एक सुसाइड नोट, जो पत्नी नीरा के नाम था, ने सबको झकझोर दिया। नोट में लिखा था, “नीरा, मैं खत्म नहीं हुआ तो सब कुछ खत्म हो जाएगा। मम्मी और डब्बू (बेटे) का ख्याल रखना…”
करोड़ों की हार, जमीन बेचकर भी नहीं भरा जख्म
35 साल के वरुण स्योहारा के काजपुर गांव के रहने वाले थे। मुरादाबाद में उनका पानी का प्लांट था, जो अच्छा-खासा चल रहा था। लेकिन ऑनलाइन गेम की लत ने उनकी जिंदगी को जुआ बना दिया। एक करोड़ से ज्यादा की रकम हारने के बाद कर्ज के बोझ तले दबे वरुण ने पहले 15 बीघा, फिर फरवरी में 20 बीघा जमीन बेच दी। 1 करोड़ 16 लाख में बिकी इस जमीन से कर्ज तो चुक गया, लेकिन मन की बेचैनी नहीं मिटी।
गांव में मातम, परिवार सदमे में
शुक्रवार की शाम वरुण के गांव न लौटने पर परिवार बेचैन था। तभी मुरादाबाद से उनकी मौत की खबर ने सबको तोड़ दिया। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद जब शव गांव पहुंचा, तो चीख-पुकार मच गई। पत्नी नीरा और मां का रो-रोकर बुरा हाल था। रामगंगा घाट पर गमगीन माहौल में वरुण का अंतिम संस्कार हुआ। पूरा गांव इस सदमे में डूब गया।
इकलौते बेटे की थीं 85 बीघा जमीन
चार साल पहले पिता के निधन के बाद वरुण 85 बीघा जमीन के इकलौते वारिस थे। 35 बीघा बेचने के बाद भी उनके पास 50 बीघा जमीन बची थी। लेकिन ऑनलाइन गेम की लत ने उनकी जिंदगी को इस कदर जकड़ा कि सारी संपत्ति और खुशियां दांव पर लग गईं।
क्या थी वो बेचैनी?
परिवार और पुलिस के लिए सवाल अब भी अनसुलझा है कि कर्ज चुकाने के बाद भी वरुण ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? क्या कोई और वजह थी, जो उन्हें अंदर ही अंदर खाए जा रही थी? सुसाइड नोट में वरुण ने लिखा, “मैं पेपर लिख रहा हूं, ताकि पुलिस परेशान न करे…” लेकिन उनके इस कदम ने अपनों को जिंदगीभर के लिए दर्द दे दिया।
यह खबर न केवल एक कारोबारी की त्रासदी है, बल्कि ऑनलाइन गेम की चमक में फंसकर जिंदगियां बर्बाद होने की चेतावनी भी है।