अहमदाबाद, 21 जून 2025: गुजरात की आर्थिक राजधानी अहमदाबाद में 12 जून को हुए दिल दहलाने वाले विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। अब इस त्रासदी के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया को कड़ा फरमान जारी किया है। हादसे में सामने आए गंभीर सुरक्षा उल्लंघनों के चलते एयरलाइन के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त करने का आदेश दिया गया है।
सादर वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरते ही एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर टेकऑफ के चंद मिनटों बाद बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गया। इस भयावह हादसे ने 270 से अधिक जिंदगियों को लील लिया। विमान में सवार 242 यात्रियों में से केवल एक व्यक्ति चमत्कारिक रूप से बच पाया, जबकि जमीन पर 29 लोगों की जान चली गई। शवों की पहचान के लिए DNA जांच तेजी से चल रही है, जिसमें अब तक 220 में से 202 शवों की शिनाख्त हो चुकी है। इनमें 160 भारतीय, 34 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं।
DGCA की सख्ती: लापरवाही की कोई जगह नहीं
हादसे की गहन जांच में DGCA ने एयर इंडिया की कार्यप्रणाली में चौंकाने वाली खामियां पकड़ीं। फ्लाइट क्रू शेड्यूलिंग में बार-बार उल्लंघन सामने आए, जहां अनिवार्य लाइसेंसिंग, आराम और रीसेंसी मानदंडों की अनदेखी की गई। DGCA ने इन लापरवाहियों को “अक्षम्य” करार देते हुए एयरलाइन को तीन वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत निलंबित करने और बर्खास्त करने का निर्देश दिया।
हादसे की जड़ तक पहुंचने की कोशिश
जांचकर्ता ब्लैक बॉक्स से मिली शुरुआती जानकारी के आधार पर हादसे की वजह तलाश रहे हैं। प्रारंभिक आशंका इंजन, फ्लैप, स्लाइड या टेकऑफ से जुड़ी किसी तकनीकी खराबी की ओर इशारा कर रही है। साथ ही, ड्रीमलाइनर और एयरबस विमानों का विशेष निरीक्षण भी तेज कर दिया गया है।
देश में शोक की लहर, सवालों का सैलाब
यह हादसा न केवल एयर इंडिया के लिए बल्कि भारतीय विमानन उद्योग के लिए भी एक बड़ा झटका है। DGCA का यह कड़ा कदम सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर संदेश देता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाए जाएंगे?