वाराणसी, 20 जून 2025: सावन के पहले सोमवार को काशी में बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार यादव समाज की 1932 से चली आ रही परंपरा को और भव्य रूप देने के लिए देश भर से 50 हजार यादव बंधु एक साथ मणिकर्णिका घाट से जल उठाकर बाबा विश्वनाथ की पूजा-अर्चना करेंगे। खास बात यह है कि इस बार गर्भगृह में केवल 125 चुनिंदा यादव बंधुओं को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
चंद्रवंशी गोप समिति के अध्यक्ष लालजी यादव ने बताया कि 14 जुलाई को होने वाली इस जलाभिषेक यात्रा परंपरागत मार्गों से निकलेगी। सुबह 8 बजे केदारघाट से शुरू होने वाली भव्य कलश यात्रा गौरी केदारेश्वर मंदिर, तिलभांडेश्वर महादेव, बड़ी शीतला मंदिर और अहिलेश्वर महादेव के दर्शन के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचेगी। इसके बाद महामृत्युंजय महादेव, त्रिलोचन महादेव, ओंकालेश्वर महादेव और बाबा लाटभैरव के दर्शन के साथ यात्रा का समापन होगा।
मणिकर्णिका घाट से उठेगा जल
ललिता घाट पर चल रहे निर्माण कार्य के कारण इस बार जलाभिषेक के लिए जल मणिकर्णिका घाट से लिया जाएगा। लालजी यादव ने बताया कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। मंदिर प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यात्रा के रूट और व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। मंदिर प्रशासन ने जलाभिषेक के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को न्योता
इस बार की जलाभिषेक यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। उनकी उपस्थिति से इस आयोजन की गरिमा और बढ़ने की उम्मीद है। यादव समाज ने इस धार्मिक आयोजन को भव्य और सुरक्षित बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
यह जलाभिषेक यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि काशी की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को भी दर्शाती है। श्रद्धालुओं में इस पवित्र आयोजन को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है।