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Friday, June 20, 2025

वंदे भारत एक्सप्रेस: बिहार-उत्तर प्रदेश के बीच रफ्तार की नई उड़ान

पाटलिपुत्र-गोरखपुर रूट पर नई वंदे भारत, 71 ट्रेनों के साथ भारतीय रेलवे का नया युग

नई दिल्ली, 20 जून 2025, शुक्रवार। भारतीय रेलवे ने एक बार फिर अपनी आधुनिकता और गति का परचम लहराया है। बिहार के पाटलिपुत्र से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर तक एक नई वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू होने जा रही है, जो सप्ताह में छह दिन (शनिवार को छोड़कर) रफ्तार भरे सफर का अनुभव देगी। यह ट्रेन बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच कनेक्टिविटी को और मजबूत करेगी, जिससे यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाओं के साथ तेज और आरामदायक यात्रा का मौका मिलेगा।

रूट और कनेक्टिविटी: बिहार-यूपी को जोड़ने वाली नई धमक

यह नई वंदे भारत एक्सप्रेस पाटलिपुत्र से शुरू होकर हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, बापूधाम मोतिहारी, सगौली, बेतिया, नरकटियागंज और बगहा (बिहार) होते हुए उत्तर प्रदेश के कप्तानगंज और गोरखपुर तक जाएगी। इस रूट के शुरू होने से बिहार में अब 13 और उत्तर प्रदेश में 15 वंदे भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं, जो दोनों राज्यों के लिए गर्व की बात है। यह ट्रेन न केवल समय बचाएगी, बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा देगी।

वंदे भारत का गौरवशाली सफर: 2017 से 2025 तक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2017 में विश्वस्तरीय रेल सेवा का सपना देखा था, जिसने 2019 में ‘ट्रेन 18’ के रूप में पहली वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ साकार रूप लिया। चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में निर्मित यह ट्रेन 15 फरवरी 2019 को दिल्ली-वाराणसी रूट पर पहली बार दौड़ी। तब से अब तक 5.4 करोड़ से अधिक यात्रियों ने वंदे भारत के साथ सफर किया है, जो 24 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 330 से अधिक जिलों को जोड़ती है। वर्तमान में 71 वंदे भारत ट्रेनें 142 ट्रेन सेवाओं के रूप में देशभर में दौड़ रही हैं।

वंदे भारत: तकनीक और सुविधाओं का अनूठा संगम

वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी अत्याधुनिक तकनीक और यात्रियों के लिए आरामदायक सुविधाओं के लिए जानी जाती है। इसके दो संस्करण (VB-1 और VB-2) और लंबी दूरी के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने रेल यात्रा को नया आयाम दिया है।

वर्जन 2 की खासियतें:

  • कवच तकनीक से लैस, जो ट्रेनों की सुरक्षा को और मजबूत करती है।
  • अधिकतम रफ्तार 180 किमी/घंटा, जो VB-1 (160 किमी/घंटा) से कहीं आगे है।
  • 0-100 किमी/घंटा की रफ्तार सिर्फ 52 सेकंड में (VB-1 में 54.6 सेकंड)।
  • 15% अधिक ऊर्जा दक्षता और 3 घंटे का बैकअप।
  • 38 टन हल्का वजन और बेहतर एक्सल लोड।
  • एयर स्प्रिंग सस्पेंशन और बेहतर राइडिंग इंडेक्स के साथ आरामदायक सफर।
  • 32 इंच के LED डिस्प्ले, CCTV, बायो-वैक्यूम टॉयलेट, ऑटोमैटिक दरवाजे, रिक्लाइनर सीटें, टच-बेस्ड रीडिंग लाइट, WiFi, और विमान जैसा इंटीरियर।
  • अग्निशमन यंत्र और मॉड्यूलर पैंट्री जैसी सुविधाएं यात्रा को सुरक्षित और सुखद बनाती हैं।
  • दिव्यांगजन अनुकूल डिजाइन, जो समावेशिता को बढ़ावा देता है।

वंदे भारत स्लीपर: लंबी दूरी की नई क्रांति

लंबी दूरी की यात्राओं के लिए खास तौर पर डिजाइन की गई वंदे भारत स्लीपर ट्रेन 180 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी। यह ट्रेन विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर जैसे कठोर मौसम वाले क्षेत्रों के लिए तैयार की गई है, जो वहां की सर्दी में भी निर्बाध सेवा प्रदान करेगी।

रेलवे का भविष्य, भारत का गौरव

वंदे भारत एक्सप्रेस न केवल भारतीय रेलवे की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत का भी एक शानदार उदाहरण है। यह ट्रेन न सिर्फ समय और दूरी को कम करती है, बल्कि यात्रियों को विश्वस्तरीय अनुभव प्रदान करती है। पाटलिपुत्र-गोरखपुर रूट पर शुरू होने वाली इस नई ट्रेन के साथ, भारतीय रेलवे एक और कदम आधुनिकता की ओर बढ़ा रही है।

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