वाराणसी, 20 जून 2025, शुक्रवार। शहर दक्षिणी विधानसभा की पत्थर गली (दालमंडी), जहां कभी बूचड़खाने की गूंज सुनाई देती थी, अब वहां एक चमकता-दमकता आयुष्मान आरोग्य मंदिर (शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) खड़ा है। यह नया स्वास्थ्य केंद्र शहरवासियों के लिए मुफ्त इलाज का वरदान लेकर आया है, लेकिन उद्घाटन से पहले ही यहां एक अनोखा ड्रामा सामने आया, जिसने सबका ध्यान खींच लिया!
उद्घाटन से पहले मची खलबली
गुरुवार की दोपहर, जब इस भव्य स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन होने वाला था, उससे पहले ही एक चौंकाने वाली खबर ने हलचल मचा दी। काउंटर पर रखी गईं कुछ दवाएं, जिनमें ओंडेस्ट्रॉन इंजेक्शन भी शामिल था, एक्सपायरी निकलीं! इन दवाओं की मियाद मई 2025 तक थी, लेकिन उद्घाटन से पहले ही यह गलती पकड़ में आ गई। पार्षद इंद्रेश सिंह की सजगता ने इस मामले को उजागर किया। उन्होंने तुरंत मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी को सूचना दी। सीएमओ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन दवाओं को हटवाया और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का ऐलान किया।
पुराने भवन से नए आशियाने तक
यह स्वास्थ्य केंद्र पहले किराए के भवन में संचालित हो रहा था, लेकिन अब इसे पत्थर गली में 1300 स्क्वायर फीट के आलीशान भवन में स्थानांतरित किया गया है। नए भवन में सारी सुविधाएं जुटाई गई हैं, लेकिन पुराने भवन से सामान लाने के दौरान कुछ एक्सपायरी दवाएं भी चपेट में आ गईं। सीएमओ ने इसे कर्मचारियों की लापरवाही करार देते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
वैदिक मंत्रों के बीच हुआ भव्य उद्घाटन
गुरुवार की शाम को शहर दक्षिणी के विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने वैदिक मंत्रोच्चार और 21 ब्राह्मणों द्वारा स्वस्तिक वाचन, वैदिक पाठ व सुंदरकांड के साथ इस स्वास्थ्य केंद्र का भव्य लोकार्पण किया। यह नया केंद्र न केवल नियमित ओपीडी सेवाएं देगा, बल्कि मुफ्त दवाइयां भी उपलब्ध कराएगा।
“कोरोना ने दिखाया सरकारी अस्पतालों का महत्व”
उद्घाटन के दौरान विधायक डॉ. तिवारी ने कहा, “कोरोना काल में जब संकट गहराया, तब सरकारी अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ही लोगों का सहारा बने। यह केंद्र शहरवासियों को स्वस्थ और सुरक्षित रखने में मील का पत्थर साबित होगा।”
एक नई शुरुआत, एक नया वादा
यह आयुष्मान आरोग्य मंदिर न सिर्फ एक स्वास्थ्य केंद्र है, बल्कि शहर के लिए एक नई उम्मीद का प्रतीक है। हालांकि, उद्घाटन से पहले की गड़बड़ी ने थोड़ा सस्पेंस जरूर जोड़ा, लेकिन सीएमओ और पार्षद की तत्परता ने इसे संभाल लिया। अब यह केंद्र शहरवासियों के लिए मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का वादा लेकर तैयार है।