नई दिल्ली, 17 जून 2025, मंगलवार। इजरायल और ईरान के बीच बढ़ता तनाव चिंता का सबब बना हुआ है, लेकिन इस संकट के बीच भारत सरकार अपने नागरिकों, खासकर ईरान में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षा और निकासी के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।
ईरान में कितने भारतीय, कितने छात्र?
ईरान में इस समय लगभग 10,000 भारतीय नागरिक मौजूद हैं, जिनमें से 6,000 छात्र हैं। इनमें से कई को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू हो चुका है। करीब 600 छात्रों को तेहरान से कौम शहर में स्थानांतरित किया गया है, जबकि 110 छात्र उर्मिया से आर्मेनिया की सीमा की ओर भेजे गए हैं। सरकार का लक्ष्य है कि इन सभी को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाए।
भारतीय दूतावास की मुस्तैदी
भारत का विदेश मंत्रालय और तेहरान स्थित भारतीय दूतावास इस संकट में ढाल बनकर खड़ा है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आर्मेनिया के विदेश मंत्री अराराट मिर्जोया और यूएई के डिप्टी पीएम शेख अब्दुल्ला बिन जाएद अल नाह्यान से बात कर हालात पर चर्चा की है। सूत्रों के मुताबिक, शिराज और इसफहन जैसे शहरों से छात्रों को याज्द में शिफ्ट किया जा रहा है। दूतावास ने कई छात्रों को अपने सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया है और अन्य सुरक्षित स्थानों की तलाश भी तेजी से जारी है।
दूतावास का संदेश: घबराएं नहीं, संपर्क में रहें
तेहरान में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक गूगल फॉर्म साझा किया है, जिसमें सभी भारतीय नागरिकों से अपना विवरण दर्ज करने की अपील की गई है। दूतावास ने स्पष्ट संदेश दिया है, “घबराने की जरूरत नहीं है। सावधानी बरतें और दूतावास से संपर्क में रहें।” इसके लिए आपातकालीन फोन नंबर और टेलीग्राम लिंक भी जारी किए गए हैं, जो विशेष रूप से ईरान में मौजूद भारतीयों के लिए हैं।
कश्मीरी छात्रों की चिंता
श्रीनगर से खबरें आ रही हैं कि ईरान की यूनिवर्सिटियों में पढ़ने वाले कई कश्मीरी छात्र भी इस संकट में फंसे हैं। खासकर मेडिकल जैसे प्रोफेशनल कोर्स करने वाले इन छात्रों के परिवारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी विदेश मंत्री जयशंकर से इन छात्रों को जल्द से जल्द निकालने की व्यवस्था करने का आग्रह किया है।
भारत की कोशिशें: एक उम्मीद की किरण
इस मुश्किल वक्त में भारत सरकार और दूतावास की तत्परता हर भारतीय के लिए राहत की बात है। छात्रों और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। यह संकट भले ही गंभीर हो, लेकिन भारत का संकल्प और सक्रियता अपने नागरिकों को सुरक्षित घर लाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
अगर आप या आपका कोई परिचित ईरान में है, तो तुरंत भारतीय दूतावास के साथ संपर्क करें और सुरक्षित रहें!