वाराणसी, 14 जून 2025: वाराणसी के चेतगंज थाना क्षेत्र के हबीबपुरा में शुक्रवार को नारकोटिक्स विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक मेडिकल स्टोर से करीब 1 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं और सिरप जब्त किए। प्रमोद कुमार वर्मा द्वारा संचालित इस जनरल व मेडिकल स्टोर से भारी मात्रा में कोडीन युक्त सिरप और प्रतिबंधित गोलियां बरामद हुईं। स्टोर संचालक के पास न तो वैध लाइसेंस था और न ही दवाओं से संबंधित कोई कागजात, जिसके बाद उसे तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या-क्या मिला छापे में?
नारकोटिक्स विभाग की टीम ने छापेमारी में निम्नलिखित सामग्री बरामद की:
10,851 नशीली गोलियां: ट्रामाडोल, अल्प्राजोलम, और क्लोनाजेपाम जैसी उच्च प्रभावी प्रतिबंधित दवाएं।
1,026 बोतल कोडीन फॉस्फेट सिरप: युवाओं में नशे के लिए कुख्यात।
अंतरराष्ट्रीय बाजार मूल्य: जब्त सामग्री की कीमत 1 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई।
कैसे हुई कार्रवाई?
नारकोटिक्स आयुक्त दिनेश बौद्ध और उत्तर प्रदेश के उपायुक्त प्रवीण बाली के निर्देश पर गाजीपुर और लखनऊ नारकोटिक्स विभाग की संयुक्त टीम ने यह ऑपरेशन चलाया। छापेमारी का नेतृत्व सहायक आयुक्त अनिल कुमार विश्वकर्मा ने किया, जिसमें गाजीपुर के अधीक्षक केके श्रीवास्तव और लखनऊ के अधीक्षक एसके सिंह शामिल थे। शनिवार को घटना का खुलासा करते हुए अधिकारियों ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई।
फर्जी लाइसेंस और अवैध कारोबार का खुलासा
पूछताछ में पता चला कि संचालक प्रमोद वर्मा सप्तसागर मंडी से नशीली दवाओं की खेप खरीदकर फुटकर और थोक में बेचता था। जांच में उसका लाइसेंस फर्जी पाया गया और दवाओं के कागजात भी अपूर्ण थे। अधिकारियों ने बताया कि इस नेटवर्क के तार अन्य शहरों से भी जुड़े हो सकते हैं, जिसकी गहन जांच शुरू कर दी गई है।
नशे के खिलाफ सख्ती का संदेश
नारकोटिक्स विभाग ने चेतावनी दी कि नशीली दवाओं के अवैध कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। यह कार्रवाई शहर में बढ़ते नशे की समस्या पर अंकुश लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। पुलिस और नारकोटिक्स विभाग अब इस मामले में अन्य संदिग्धों की तलाश में जुट गया है।