अहमदाबाद, 13 जून 2025: गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भीषण विमान हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह शहर पहुंचे और तत्काल घटनास्थल का दौरा किया। इस हादसे में एयर इंडिया की लंदन-गतविक जाने वाली उड़ान AI171, जो एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर थी, ने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद मेघनी नगर के एक आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस त्रासदी में 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि एकमात्र जीवित बचे यात्री, ब्रिटिश मूल के भारतीय विश्वास कुमार रमेश, का इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है।

घटनास्थल पर पीएम मोदी का दौरा
प्रधानमंत्री मोदी सुबह करीब 8:30 बजे अहमदाबाद हवाई अड्डे पर उतरे और सीधे मेघनी नगर में दुर्घटना स्थल की ओर रवाना हुए। उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु, केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल और राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी भी मौजूद थे। पीएम ने करीब 20 मिनट तक घटनास्थल का जायजा लिया, जहां बोइंग 787-8 का मलबा और जले हुए अवशेष बिखरे पड़े थे। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों की स्थिति का आकलन किया और अधिकारियों से हादसे के बारे में विस्तृत जानकारी ली।

प्रधानमंत्री ने हादसे को “हृदयविदारक” करार देते हुए कहा, “अहमदाबाद की त्रासदी ने हमें स्तब्ध और दुखी किया है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं। मैंने मंत्रियों और अधिकारियों से संपर्क में रहकर हर संभव सहायता सुनिश्चित करने को कहा है।”
सिविल अस्पताल में घायलों से मुलाकात
घटनास्थल का दौरा करने के बाद, पीएम मोदी अहमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां वे एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार रमेश और अन्य घायलों से मिले। विश्वास, जो सीट 11A पर बैठे थे और आपातकालीन निकास के पास थे, ने बताया कि उड़ान भरने के 30 सेकंड बाद ही एक जोरदार धमाका हुआ और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अस्पताल में करीब 10 मिनट बिताने के दौरान, पीएम ने घायलों की स्थिति का जायजा लिया और चिकित्सकों से उनके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त की। अस्पताल में 45 अन्य घायल, जिनमें ज्यादातर बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्र और निवासी डॉक्टर शामिल हैं, का इलाज चल रहा है।

हादसे का विवरण
एयर इंडिया की उड़ान AI171, जिसमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे, ने गुरुवार दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद, विमान ने मेडे (MAYDAY) कॉल जारी किया और इसके तुरंत बाद बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 241 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक शामिल थे। इसके अलावा, जमीन पर भी कम से कम 25 लोगों की मौत हुई, जिनमें पांच मेडिकल छात्र और एक निवासी डॉक्टर शामिल हैं।
हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी मृत्यु हो गई, जिनकी उम्र 68 वर्ष थी। पीएम मोदी ने अहमदाबाद हवाई अड्डे पर रूपाणी की पत्नी अंजलि रूपाणी और उनके परिवार से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

जांच और राहत कार्य
हादसे की जांच के लिए विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने औपचारिक जांच शुरू कर दी है, जो अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के प्रोटोकॉल के अनुरूप होगी। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने घोषणा की कि एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें कई क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल होंगे ताकि हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उपाय सुझाए जा सकें। अमेरिका का नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और ब्रिटेन की जांच टीमें भी भारत को जांच में सहायता प्रदान करने के लिए अहमदाबाद पहुंच रही हैं।
एयर इंडिया ने पीड़ितों के परिजनों के लिए दिल्ली और मुंबई से अहमदाबाद के लिए दो विशेष राहत उड़ानों की व्यवस्था की है। इसके अलावा, टाटा समूह ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 1 करोड़ रुपये और मॉन्ट्रियल कन्वेंशन के तहत लगभग 1.5 करोड़ रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।
विश्व नेताओं की संवेदनाएं
इस त्रासदी पर विश्व भर के नेताओं ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, और अन्य नेताओं ने भारत के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की। ब्रिटेन और अमेरिका ने जांच में सहायता के लिए अपनी टीमें भेजने की घोषणा की है।