नई दिल्ली, 10 जून 2025, मंगलवार: सिक्किम की हसीन वादियों में हनीमून का सपना लिए निकले अंकिता और कौशलेंद्र की कहानी अब एक रहस्यमयी थ्रिलर बन चुकी है। यह कोई साधारण प्रेम कहानी नहीं, बल्कि एक ऐसी गुत्थी है, जो हर किसी को हैरान कर रही है। उत्तर प्रदेश के 29 वर्षीय कौशलेंद्र प्रताप सिंह और 26 साल की अंकिता ने 5 मई को सात फेरों के साथ अपने नए जीवन की शुरुआत की थी। दोनों ने हनीमून के लिए सिक्किम के मंगन जिले को चुना, जहां बर्फीले पहाड़, तीस्ता नदी का तेज बहाव और बादलों की गोद में बसी घाटियां हर जोड़े का दिल चुरा लेती हैं। 24 मई को शुरू हुआ उनका रोमांचक सफर शुरू में तो सपनों जैसा था। परिवार से उनकी रोजाना बातचीत होती रही, लेकिन 29 मई की उस रहस्यमयी शाम के बाद, मानो सिक्किम की वादियों ने उन्हें अपने आगोश में छिपा लिया। फोन बंद, कोई खबर नहीं—दोनों बस गायब!
रहस्य की परतें और बढ़ती बेचैनी
परिवार की नींद उड़ चुकी थी। न होटल का कोई रिकॉर्ड, न सोशल मीडिया पर कोई निशान। तभी खबर आई कि उसी रात मंगन जिले की एक खतरनाक पहाड़ी सड़क पर भारी बारिश के बीच एक टूरिस्ट गाड़ी अनियंत्रित होकर एक हजार फीट गहरी तीस्ता नदी की खाई में जा गिरी। गाड़ी में 11 लोग सवार थे—एक ड्राइवर और 10 पर्यटक। तीन लोग चमत्कारिक रूप से बच गए, एक की मौत हो गई, लेकिन बाकी आठ, जिनमें कौशलेंद्र और अंकिता भी शामिल थे, अब भी लापता हैं।
क्या यह महज हादसा है या कुछ और?
कौशलेंद्र दिल्ली में सिविल सेवा की तैयारी कर रहे थे, और अंकिता लखनऊ के मेदांता अस्पताल में मेडिसिन विभाग की कर्मचारी थीं। दोनों की जिंदगी सपनों और मेहनत से भरी थी। फिर क्या हुआ कि वे अचानक गायब हो गए? क्या वे उस दुर्भाग्यशाली गाड़ी में सवार थे, या इसके पीछे कोई और रहस्य है? सेना और रेस्क्यू टीमें दिन-रात सर्च ऑपरेशन में जुटी हैं, लेकिन बारिश और कोहरे की मार हर कदम पर चुनौती बन रही है।
हाल ही में शिलांग में राजा रघुंवंशी की हत्या, जिसमें उनकी पत्नी सोनम का हाथ था, ने इस मामले को और सनसनीखेज बना दिया है। हालांकि यह कहानी उस बेवफाई के ड्रामे से बिल्कुल अलग है, फिर भी परिवार का दिल डर और उम्मीद के बीच झूल रहा है। हर बीतते पल के साथ सवाल और गहराता है—क्या अंकिता और कौशलेंद्र सिक्किम की इन रहस्यमयी वादियों में कहीं सुरक्षित हैं? या फिर यह कहानी एक अनसुलझी पहेली बनकर रह जाएगी?