आजमगढ़, 10 जून 2025, मंगलवार: आजमगढ़ के मेंहनगर थाना क्षेत्र के गौरा गांव में एक ऐसी रूह कंपा देने वाली घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया, जहां एक मां की ममता ने क्रूरता का रूप ले लिया। एक मां ने अपनी ही छह साल की मासूम बेटी का गला घोंटकर उसकी जिंदगी छीन ली, जबकि उसका तीन साल का बेटा अस्पताल में मौत से जूझ रहा है।
क्या है पूरा मामला?
गौरा गांव के सुनील यादव, जो लखनऊ में वाहन चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं, करीब 20 दिन पहले अपने भाई मनीष की शादी में शामिल होने के लिए घर लौटे थे। लेकिन सोमवार की देर रात उनके घर में एक भयावह त्रासदी ने जन्म लिया। सुनील की पत्नी ने अचानक अपने दोनों बच्चों पर क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं।
पहले खुदकुशी की कोशिश, फिर बच्चों पर टूटा कहर
सुनील ने बताया कि उनकी पत्नी ने पहले बच्चों के साथ मारपीट शुरू की। जब सुनील ने उसे रोकने की कोशिश की, तो वह और भड़क गई। गुस्से में उसने फंदे से लटककर आत्महत्या का प्रयास किया, लेकिन गांव वालों ने उसे बचा लिया। मगर उसका गुस्सा ठंडा होने के बजाय और भड़क गया। देर रात उसने अपनी छह साल की बेटी का गला घोंटकर उसकी जीवन लीला समाप्त कर दी। यही नहीं, उसने अपने तीन साल के मासूम बेटे पर भी हमला किया, जिसे गंभीर हालत में आजमगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वह जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है।
पति ने दर्ज कराई शिकायत, पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
इस दिल दहलाने वाली घटना की खबर फैलते ही मेंहनगर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। मासूम बेटी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। सुनील ने अपनी पत्नी के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज की है, जिसके आधार पर पुलिस ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।