नई दिल्ली, 10 जून 2025, मंगलवार: एनडीए सरकार के 11 साल पूरे होने पर देश की सियासत में तीखी जंग छिड़ गई है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया, तो दूसरी ओर विपक्ष ने ‘तानाशाही’ और ‘झूठे विकास’ का तमगा लगाकर हमला बोला। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर जवाबदेही की कमी का आरोप जड़ा, जिसके जवाब में बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने पलटवार करते हुए राहुल और इंडी गठबंधन पर देश को बांटने की साजिश रचने का इल्ज़ाम लगाया।
तरुण चुग ने तल्ख़ लहजे में कहा, “कांग्रेस 11 साल की विकास यात्रा को प्रोपेगेंडा करार देती है, लेकिन राहुल गांधी के पास न आंकड़े हैं, न दिशा, न नीति। उनके लिए हर हार ‘मैच फिक्सिंग’ है, हर सुधार वोटबैंक की सियासत का शिकार।” उन्होंने तीन तलाक़ कानून को मुस्लिम विरोधी बताने वाले कांग्रेस के रवैये को करोड़ों मुस्लिम बहनों का अपमान करार दिया, जिन्हें मोदी सरकार ने न्याय का भरोसा दिलाया। चुग ने दावा किया कि मोदी सरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को साकार किया, जबकि कांग्रेस ने डर और तुष्टिकरण की राजनीति को हवा दी।
चुग ने तंज कसते हुए कहा, “जो लोग हर बदलाव को बंटवारे की नज़र से देखते हैं, वे ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के सपने को कभी नहीं समझ सकते।” उन्होंने दावा किया कि जब दुनिया भारत को वैश्विक नेतृत्व के रूप में देख रही है और बड़े-बड़े नेता पीएम मोदी को ‘बॉस’ कहकर संबोधित कर रहे हैं, तब कांग्रेस का अपनी ही तरक्की के खिलाफ बोलना दुर्भाग्यपूर्ण है।
राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर गंभीर आरोपों पर चुग ने और भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “राहुल की सोच है- झूठ बोलो, बार-बार झूठ बोलो, और फिर कोर्ट में माफी मांगो।” चुग ने राहुल को ‘दो दर्जन बार जनता से ठुकराया हुआ युवराज’ करार देते हुए कहा कि वे बिहार में हार के डर से बहाने ढूंढ रहे हैं। उन्होंने भारत के चुनाव आयोग को विश्वसनीय संस्था बताते हुए राहुल पर निशाना साधा कि वे बिना तथ्यों के भ्रम फैलाते हैं। “संविधान, ईवीएम, आरक्षण, राफेल, एमएसपी- हर मुद्दे पर झूठ! जब चुनाव आयोग ने ईवीएम जांच के लिए बुलाया, तब राहुल विदेश में छुट्टियां मनाने निकल गए। नाच ना आए, तो आंगन टेढ़ा?”
चुग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और शिवसेना नेता संजय राउत पर भी निशाना साधा, उन्हें ‘वंशवादी और भ्रष्ट मालिकों’ को खुश करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपनी हार के पापों को छिपाने के लिए चुनाव आयोग पर ठीकरा फोड़ रहा है।
वहीं, छत्तीसगढ़ में ‘ऑपरेशन कगार’ के खिलाफ पांच वामपंथी दलों के संयुक्त पत्र पर चुग ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने वाम दलों से सवाल किया, “जो माओवादी निहत्थे लोगों और सुरक्षा बलों को बेरहमी से मारते हैं, वे आपके क्या लगते हैं?” चुग ने दो टूक कहा कि पीएम मोदी की आतंकवाद के प्रति ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति है। “चाहे पहाड़ हो या जंगल, आतंकी मिट्टी में मिलाए जाएंगे, छोड़े नहीं जाएंगे। वाम दलों का इन राक्षसों से क्या रिश्ता है, देश जानना चाहता है!”