लखनऊ, 5 जून 2025, गुरुवार: राजधानी लखनऊ एक बार फिर ऐसी भयावह घटना से दहल उठी, जिसने न केवल इंसानियत को शर्मसार किया, बल्कि शहर की सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस के दावों पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए। आलमबाग इलाके में मेट्रो पुल के नीचे एक मासूम 3 साल की विकलांग बच्ची के साथ गैंगरेप की दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया।
मां-बाप के पास सो रही बच्ची को रात में बनाया शिकार
जानकारी के मुताबिक, यह मासूम अपने माता-पिता के साथ मेट्रो पुल के नीचे सो रही थी। देर रात कुछ दरिंदों ने इस मासूम को अगवा कर लिया और कुछ ही दूरी पर ले जाकर उसी मेट्रो पुल के नीचे इस घिनौने अपराध को अंजाम दिया। वारदात के बाद बच्ची को बेसुध हालत में छोड़कर वहशी फरार हो गए। सुबह जब मासूम अपने माता-पिता को नहीं मिली, तो हड़कंप मच गया। खोजबीन के दौरान बच्ची बेहोशी की हालत में मिली, जिसके बाद आसपास के लोग और परिजन स्तब्ध रह गए।
नन्हीं बच्ची की हालत गंभीर, अस्पताल में जंग लड़ रही जिंदगी
घटना की सूचना मिलते ही आलमबाग और कृष्णानगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। शुरू में दोनों थानों की पुलिस के बीच इलाके को लेकर विवाद देखने को मिला, लेकिन बाद में मामला आलमबाग थाने के अंतर्गत आने की पुष्टि हुई। पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मासूम की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। उसके प्राइवेट पार्ट से भारी खून बह रहा था, और चोट इतनी गंभीर थी कि मांस बाहर निकल आया। उसे तत्काल लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने हालत देखकर उसे पीजीआई रेफर कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई तेज, लेकिन सवाल बरकरार
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है और स्थानीय दुकानदारों व लोगों से पूछताछ कर रही है। परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, लेकिन इस घटना ने लखनऊ की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। आखिर कैसे राजधानी में इतनी बड़ी वारदात हो गई? क्या पुलिस की गश्त और निगरानी इतनी कमजोर है कि मासूम बच्चियां भी सुरक्षित नहीं?