वाराणसी, 5 जून 2025, गुरुवार: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर वाराणसी के परमानंदपुर मिनी स्टेडियम में एक अनोखा नजारा देखने को मिला, जहां क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर, रन-मशीन विराट कोहली, फुटबॉल के जादूगर लियोनेल मेसी, रोनाल्डो और हॉकी के हीरो ललित उपाध्याय एक साथ चमके! लेकिन यहाँ कोई मैदान पर चौके-छक्के या गोल दागने की बात नहीं थी, बल्कि थी हरियाली की नई पारी की शुरुआत। इन दिग्गज खिलाड़ियों के नाम पर स्टेडियम के किनारे-किनारे हरे-भरे पौधे लहलहा रहे थे, जिन्हें यहाँ प्रशिक्षण ले रही नन्हीं खिलाड़ियों ने अपने हाथों से रोपा।
खेल और प्रकृति का अनूठा मेल
परमानंदपुर मिनी स्टेडियम, जहाँ 100 से ज्यादा बालिकाएँ हॉकी, टेबल टेनिस, हैंडबॉल और रग्बी फुटबॉल में अपने सपनों को पंख दे रही हैं, इस खास दिन पर हरियाली का गवाह बना। यहाँ से अब तक 53 राष्ट्रीय खिलाड़ी निकल चुकी हैं, और अब ये उभरती सितारे पर्यावरण की रक्षा में भी चैंपियन बन रही हैं। इन खिलाड़ियों ने सचिन, कोहली, मेसी, रोनाल्डो और ललित के नाम पर आम, अमरूद, अंजीर, अनार और मौसमी जैसे फलदार पौधों की शानदार पारी खेली। हर पौधे पर इन सितारों की तस्वीरें सजी थीं, मानो हरियाली के साथ खेल की प्रेरणा भी लहलहा रही हो!
प्रेरणा की बयार, हौसले की उड़ान
कार्यक्रम के संयोजक और हॉकी वाराणसी के अध्यक्ष डॉ. एके सिंह ने इन नन्हीं खिलाड़ियों को बताया कि कैसे इन महान खिलाड़ियों ने अभावों को मात देकर दुनिया में अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने जोश भरे अंदाज में कहा, “भारत में अब खेल का जुनून नई ऊँचाइयों को छू रहा है। खेल में शोहरत, सम्मान और समृद्धि सब है।” यह आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे ‘खेलोगे तो खिलोगे’ को साकार करता नजर आया, जिसमें खेल और पर्यावरण का संगम नई पीढ़ी को प्रेरित कर रहा था।
हर पौधे में एक कहानी, हर खिलाड़ी में एक सपना
ये पौधे सिर्फ फल नहीं देंगे, बल्कि हर उस खिलाड़ी की मेहनत, लगन और सपनों की कहानी भी बयां करेंगे, जिन्होंने इन्हें रोपा। स्टेडियम अब सिर्फ खेल का मैदान नहीं, बल्कि हरे-भरे भविष्य का प्रतीक भी बन गया है। यहाँ की बालिकाएँ न सिर्फ खेल के मैदान में, बल्कि पर्यावरण को सहेजने में भी चैंपियन बन रही हैं। तो आइए, इस हरी-भरी पहल को सलाम करें और कहें—खेलो, खिलो, और हरियाली को भी बढ़ाओ!