बेंगलुरु, 4 जून 2025, बुधवार: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में पहली बार खिताब जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ऐतिहासिक जीत का जश्न बुधवार को एक भयावह त्रासदी में बदल गया। बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर आयोजित सम्मान समारोह और विक्ट्री परेड से पहले भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए। इस दुखद घटना ने पूरे शहर को शोक में डुबो दिया और आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
हादसे का विवरण
यह हादसा बुधवार दोपहर उस समय हुआ जब हजारों की संख्या में RCB प्रशंसक अपनी चैंपियन टीम और आईपीएल ट्रॉफी की एक झलक पाने के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जमा हुए थे। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) द्वारा आयोजित इस सम्मान समारोह में केवल पास और टिकट धारकों को प्रवेश की अनुमति थी, लेकिन स्टेडियम के आसपास अनियंत्रित भीड़ जमा हो गई। सूत्रों के अनुसार, स्टेडियम की क्षमता 35,000 की थी, लेकिन लगभग 2 से 3 लाख लोग एकत्रित हो गए, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, स्टेडियम के मुख्य गेट नंबर-1 के पास भीड़ ने धक्का-मुक्की शुरू की, और एक नाले पर रखा अस्थायी स्लैब लोगों के वजन के कारण अचानक टूट गया। इससे अफरा-तफरी मच गई, और कई लोग गिरकर कुचल गए। कुछ प्रशंसक स्टेडियम की दीवारों और बाड़ों पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे, जबकि अन्य पेड़ों पर लटककर अंदर प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया, लेकिन स्थिति संभालने में नाकाम रही।
मृतकों और घायलों की स्थिति
हादसे में मरने वालों में एक महिला और एक प्राथमिक स्कूल का छात्र भी शामिल है। बॉरिंग अस्पताल में छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई, जिसमें तीन महिलाएं और तीन पुरुष शामिल हैं। व्यादेही अस्पताल में चार और मणिपाल अस्पताल में एक व्यक्ति की मौत दर्ज की गई। घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है, और उन्हें बॉरिंग, व्यादेही, लेडी कर्जन, और विक्टोरिया अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पुलिस और आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किए, लेकिन भारी भीड़ के कारण एंबुलेंस को घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाई हुई।
आयोजन का पृष्ठभूमि
RCB ने मंगलवार, 3 जून 2025 को अहमदाबाद में खेले गए आईपीएल फाइनल में पंजाब किंग्स को 6 रनों से हराकर 18 साल के लंबे इंतजार के बाद पहली बार ट्रॉफी अपने नाम की थी। इस जीत के बाद बेंगलुरु में उत्साह चरम पर था। बुधवार को टीम के बेंगलुरु पहुंचने पर एयरपोर्ट से लेकर विधान सौधा तक प्रशंसकों ने उनका भव्य स्वागत किया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विधान सौधा में RCB खिलाड़ियों को सम्मानित किया, जिसमें विराट कोहली, रजत पाटीदार जैसे सितारे शामिल थे। इसके बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक विशेष समारोह और विक्ट्री परेड की योजना थी, जो इस हादसे के कारण अधूरी रह गई।
सरकारी प्रतिक्रिया और मुआवजा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। घायलों के लिए मुफ्त इलाज की व्यवस्था की गई है। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, “हमने 5,000 पुलिसकर्मी तैनात किए थे, लेकिन इतनी भारी भीड़ को नियंत्रित करना चुनौतीपूर्ण था। मैं स्वयं घटनास्थल पर स्थिति का जायजा लेने जा रहा हूं।” उन्होंने यह भी बताया कि भीड़ की वजह से समारोह को 10-15 मिनट में समाप्त करना पड़ा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “बेंगलुरु की घटना हृदयविदारक है। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपनों को खोया। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी शोक व्यक्त करते हुए घायलों के लिए प्रार्थना की।
जांच और सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने खेल आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। कर्नाटक सरकार ने 15 दिनों की समय सीमा के साथ मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने सिद्धारमैया सरकार पर अपर्याप्त तैयारियों का आरोप लगाते हुए न्यायिक जांच की मांग की। बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी सरकार की खराब योजना और भीड़ प्रबंधन की विफलता को इस त्रासदी का कारण बताया।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि स्टेडियम के पास नाले पर रखा अस्थायी स्लैब टूटना भगदड़ का एक प्रमुख कारण था। इसके अलावा, मुफ्त प्रवेश और अपर्याप्त भीड़ नियंत्रण उपायों ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। बेंगलुरु पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है, और मृतकों की पहचान जल्द सार्वजनिक की जाएगी।