नई दिल्ली, 4 जून 2025, बुधवार: 18 साल का लंबा इंतजार, अनगिनत टूटे दिल, और “ई साला कप नामडे” का वो जुनूनी नारा—आखिरकार, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने इतिहास रच दिया! मंगलवार की रात, विराट कोहली की अगुवाई में RCB ने पंजाब किंग्स को छह रनों से मात देकर पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का खिताब अपने नाम किया। यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि लाखों फैंस की उम्मीदों, आंसुओं और जुनून की जीत थी।
जैसे ही आखिरी गेंद पर जीत पक्की हुई, मैदान पर विराट कोहली घुटनों के बल बैठ गए। उनकी आंखों में आंसुओं की चमक थी, और चेहरा बता रहा था कि यह पल सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि 18 साल की मेहनत, आलोचना और सपनों का चरम था। स्टेडियम में “कोहली-कोहली” और “RCB-RCB” का शोर आसमान छू रहा था, और फैंस की आंखें भी इस ऐतिहासिक पल में नम थीं। तीन बार फाइनल में मिली हार की कड़वी यादें अब खुशी के इन आंसुओं में धुल चुकी थीं।
फाइनल का रोमांच: बल्ले और गेंद का जादू
चेन्नई की बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर RCB ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। विराट कोहली ने 35 गेंदों में 43 रनों की जुझारू पारी खेली, जिसमें तीन चौके शामिल थे। हालांकि स्कोर 190/9 बहुत बड़ा नहीं था, लेकिन RCB के गेंदबाजों ने इसे सोने में बदल दिया। कृणाल पंड्या ने 4 ओवर में सिर्फ 17 रन देकर 2 विकेट झटके, जबकि जोश हेजलवुड ने आखिरी ओवर में कमाल दिखाया। पंजाब को 29 रनों की जरूरत थी, लेकिन हेजलवुड की डॉट गेंदों ने पंजाब के सपनों पर पानी फेर दिया।
मैच का टर्निंग पॉइंट था रोमारियो शेफर्ड की गेंद पर पंजाब के कप्तान श्रेयस अय्यर का विकेट। अय्यर सिर्फ 1 रन बनाकर पवेलियन लौटे, और इसके बाद पंजाब की पारी लड़खड़ा गई। शशांक सिंह ने 30 गेंदों में 61 रनों की धुआंधार पारी खेली, लेकिन बाकी बल्लेबाजों का साथ न मिलने से पंजाब 184 रनों पर सिमट गया।
RCB की पारी: शुरुआत शानदार, मगर राह मुश्किल
RCB की शुरुआत फिल साल्ट (16) के छक्के और चौके के साथ धमाकेदार रही, लेकिन दूसरे ओवर में पंजाब के कप्तान श्रेयस अय्यर ने उनका शानदार कैच लपककर पंजाब को पहली सफलता दिलाई। मयंक अग्रवाल (24), रजत पाटीदार (26), और लियाम लिविंगस्टोन (25) ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन पंजाब के गेंदबाजों, खासकर अर्शदीप सिंह और काइल जैमीसन ने उन्हें बड़ी पारी खेलने से रोका। अर्शदीप ने आखिरी ओवर में सिर्फ 3 रन देकर 3 विकेट चटकाए, जबकि जैमीसन ने 4 ओवर में 48 रन देकर 3 विकेट लिए।
दिग्गजों का साथ: डिविलियर्स और गेल की मौजूदगी
इस ऐतिहासिक फाइनल को देखने के लिए RCB के पूर्व दिग्गज एबी डिविलियर्स और क्रिस गेल भी खास तौर पर पहुंचे थे। उनकी मौजूदगी ने मैदान का माहौल और भी इलेक्ट्रिक बना दिया। जैसे-जैसे हर डॉट गेंद पर “RCB-RCB” का शोर बढ़ता गया, स्टेडियम में जश्न का माहौल बन गया।
विराट का सपना, फैंस का जुनून
यह जीत सिर्फ RCB की नहीं, बल्कि हर उस फैन की थी, जो 18 साल से इस पल का इंतजार कर रहा था। विराट कोहली, जिन्होंने इस फ्रैंचाइज़ी के लिए अपना सबकुछ झोंक दिया, आखिरकार उस ट्रॉफी को उठा सके, जिसका सपना उन्होंने और उनके फैंस ने सालों से देखा था। यह पल सिर्फ एक मैच की जीत नहीं, बल्कि विश्वास, मेहनत और जुनून की जीत थी।
RCB ने न सिर्फ IPL का खिताब जीता, बल्कि हर उस फैन का दिल भी जीत लिया, जो “ई साला कप नामडे” के नारे के साथ इस लंबे सफर में उनके साथ चला। अब, आखिरकार, कप “नामडे” है!