शिमला, 31 मई 2025, शनिवार: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला की खूबसूरत वादियों में घूमने आए एक अमेरिकी पर्यटक को संदिग्ध मानकर हिरासत में लिया गया, लेकिन जांच के बाद उसकी बेगुनाही साबित हुई। गुरुवार को आर्मी इंटेलिजेंस ने एक युवक को आरट्रैक इलाके के पास हिरासत में लिया, जो स्थानीय लोगों से सेना से जुड़ी जानकारी ले रहा था। इस गतिविधि से सुरक्षा बलों को जासूसी का शक हुआ।

हिरासत में लिए गए युवक को प्रारंभिक पूछताछ के बाद शिमला पुलिस को सौंप दिया गया। गहन जांच में पता चला कि वह एक अमेरिकी नागरिक है, जो 28 मई से शिमला के एक निजी होटल में ठहरा हुआ था। उसके पास सभी यात्रा दस्तावेज पूरे थे और वह पर्यटन के उद्देश्य से शहर आया था।

जांच में सामने आया कि युवक का जन्म उत्तर प्रदेश के नोएडा में हुआ था और उसके पिता भारतीय सेना में कर्नल थे, जिनका 2022 में कोरोना के कारण निधन हो गया। युवक ने दिल्ली के आर्मी स्कूल में पढ़ाई की थी और वर्तमान में एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत है। उसने अब तक 64 देशों की यात्रा की है, जिसमें पाकिस्तान (2005) और चीन (2008) भी शामिल हैं। इन देशों की यात्रा ने शुरुआत में शक को और बढ़ाया था।

युवक ने बताया कि उसकी शादी चेन्नई की एक युवती से हुई थी, लेकिन विवादों के चलते उनका रिश्ता टूट चुका है। पूछताछ में उसके बयान और दस्तावेजों से साफ हुआ कि वह केवल पर्यटन के लिए शिमला आया था और उसकी सेना में रुचि निजी थी, न कि किसी गलत इरादे से।
पुलिस ने सबूतों के अभाव में उसे क्लीन चिट देकर रिहा कर दिया। यह मामला भारत की सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता को दर्शाता है, जो विदेशी नागरिकों की संदिग्ध गतिविधियों को गंभीरता से लेती हैं, भले ही अंत में मामला निराधार निकले।