नई दिल्ली, 31 मई 2025, शनिवार। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट ने बैंकिंग सिस्टम में नकली नोटों की बढ़ती संख्या को लेकर चिंताजनक खुलासा किया है। इस अवधि में, RBI और बैंकों ने 500 रुपये के 1.18 लाख नकली नोट पकड़े, जिनकी कुल कीमत 5.88 करोड़ रुपये से अधिक है। यह पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में 37.3% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है, जब 85,711 नकली नोट पकड़े गए थे, जिनका मूल्य 4.28 करोड़ रुपये था। इस वृद्धि ने नोटबंदी (2016) के उद्देश्यों, जैसे नकली मुद्रा पर अंकुश लगाने, पर सवाल उठाए हैं।
इसी तरह, 200 रुपये के नकली नोटों की संख्या में भी 13.9% की वृद्धि दर्ज की गई। 2024-25 में 32,660 नकली नोट पकड़े गए, जिनका मूल्य 65.32 लाख रुपये था, जबकि 2023-24 में 28,672 नकली नोट (57.34 लाख रुपये) पकड़े गए थे। कुल मिलाकर, 2024-25 में नकली नोटों की संख्या 2.17 लाख रही, जो 2023-24 के 2.22 लाख से थोड़ी कम है। हालांकि, 500 और 200 रुपये के नोटों में नकली नोटों की हिस्सेदारी बढ़ना चिंता का विषय है।
RBI ने नकली नोटों का पता लगाने के लिए उन्नत तकनीकों और जागरूकता अभियानों को बढ़ावा दिया है, जैसे कि 500 रुपये के नोटों पर रंग बदलने वाली स्याही और उभरे हुए प्रिंट जैसे सुरक्षा फीचर्स। फिर भी, नकली नोटों की बढ़ती संख्या अर्थव्यवस्था और जनता के विश्वास के लिए चुनौती बनी हुई है।