वाराणसी, 29 मई 2025, गुरुवार। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने साइबर अपराध की दुनिया में तहलका मचा देने वाली कार्रवाई को अंजाम दिया है। वाराणसी में एक सनसनीखेज ऑपरेशन के तहत CBI ने इंटरनेशनल साइबर क्राइम के 3 खतरनाक बदमाशों को धर दबोचा। ये ठग कॉल सेंटर्स के जरिए जापान तक वायरस फैलाते थे और फिर साइबर सिक्योरिटी के नाम पर मोटी रकम ऐंठते थे। इतना ही नहीं, बड़ी-बड़ी कंपनियों को एंटी-वायरस डाउनलोड का लालच देकर उनके बैंक खाते तक साफ कर देते थे!
CBI की इस कार्रवाई में अब तक कुल 6 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें वाराणसी के शुभम जायसवाल, विवेक राज और आदर्श कुमार शामिल हैं। इन तीनों को CBI की टीम ने हिरासत में लेकर दिल्ली रवाना कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, यह गैंग देशभर में फैले 19 कॉल सेंटर्स के जरिए अपने काले कारनामों को अंजाम दे रहा था, जिसमें वाराणसी का कॉल सेंटर भी अहम कड़ी था।
महमूरगंज में रातभर चला हाई-वोल्टेज ड्रामा
बुधवार की रात वाराणसी के महमूरगंज में CBI की दिल्ली यूनिट ने केंद्रीय सुरक्षा बलों और पीएसी के साथ मिलकर एक बहुमंजिला इमारत में धमाकेदार छापेमारी की। टीम ने पूरे कॉल सेंटर को खंगाला, कर्मचारियों से अलग-अलग कमरों में कड़ी पूछताछ की और ढेर सारे दस्तावेज जब्त किए। इस दौरान 70 लैपटॉप भी बरामद हुए, जो इस साइबर ठगी के खेल का अहम हिस्सा थे। पूरे परिसर को सील कर तीन मुख्य आरोपियों को हथकड़ी लगाकर ले जाया गया।
19 शहरों में एक साथ CBI का ताबड़तोड़ एक्शन
इस इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड के खिलाफ CBI ने देशभर के 19 शहरों में एक साथ छापेमारी कर साइबर अपराधियों में खलबली मचा दी। वाराणसी के अलावा अयोध्या, दिल्ली और पानीपत से भी एक-एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। वाराणसी के कॉल सेंटर में 12 घंटे से ज्यादा चली इस कार्रवाई के बाद CBI ने प्रेस नोट जारी कर इस ऑपरेशन की जानकारी दी। अब स्थानीय पुलिस भी इस मामले की गहन जांच में जुट गई है।
यह कार्रवाई न सिर्फ साइबर अपराध के खिलाफ CBI की सख्ती को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि देश की सुरक्षा एजेंसियां अंतरराष्ट्रीय ठगों के लिए कितनी सतर्क हैं। इस गैंग का जाल कितना बड़ा था, इसका खुलासा अभी और जांच के बाद होगा। फिलहाल, वाराणसी से शुरू हुआ यह ऑपरेशन साइबर क्राइम की दुनिया में एक बड़ा झटका साबित हो रहा है!