नई दिल्ली, 24 मई 2025, शनिवार। रीयूज़ेबल लॉन्च व्हीकल टेक्नोलॉजी डेमॉन्स्ट्रेटर (RLV-TD) भारत का पहला मानवरहित पुन: प्रयोज्य अंतरिक्ष यान है, जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने विकसित किया। इसका निर्माण कार्य 2012 में शुरू हुआ और 23 मई, 2016 को आंध्र प्रदेश के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसकी पहली उड़ान सफलतापूर्वक संपन्न हुई।
RLV-TD की डिज़ाइन और विकास का कार्य तिरुवनंतपुरम स्थित विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) में किया गया। इसरो ने चार RLV-TD परीक्षण उड़ानों की एक शृंखला की योजना बनाई है। इस परियोजना में VSSC, राष्ट्रीय वैमानिकी प्रयोगशाला (NAL) और भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के 750 इंजीनियरों की एक टीम ने मिलकर यान और संबंधित रॉकेट की रूपरेखा व विकास पर कार्य किया।
यह परियोजना भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान में पुन: प्रयोज्य प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है।