पिथौरागढ़, 19 मई 2025, सोमवार: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने रविवार को पिथौरागढ़ के गुंजी हेलीपैड पर पहुंचकर आदि कैलाश और ओम पर्वत की पवित्र यात्रा शुरू की। स्थानीय लोगों ने रंग-बिरंगी पगड़ी पहनाकर उनका पारंपरिक स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की, सेना, आईटीबीपी और एसएसबी के जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया और आदि कैलाश के आध्यात्मिक महत्व को राष्ट्रीय पटल पर उजागर किया।

जवानों के त्याग और बलिदान का सम्मान
आर्मी गेस्ट हाउस में केंद्रीय मंत्री ने सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों से मुलाकात की और उनके अदम्य साहस की सराहना की। उन्होंने कहा, “पूरा देश वीर जवानों के त्याग और बलिदान का सम्मान करता है। आपकी वीरता और निष्ठा के कारण ही देशवासी सुरक्षित हैं।” ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए उन्होंने सेना की उत्कृष्ट सेवा को धन्यवाद दिया और सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। नड्डा ने नाबी गांव के लोगों को भी संबोधित किया, जहां उन्होंने स्थानीय समुदाय के साथ संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं।

वाइब्रेंट विलेज योजना: विकास की नई उड़ान
जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत चल रहे कार्यों का पावर प्वाइंट प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने वाली योजनाओं, स्वदेश दर्शन 2.0 के प्रस्तावित कार्यों, पीएमजीएसवाई के तहत सड़क निर्माण और स्थानीय उत्पादों से रोजगार सृजन के प्रयासों की जानकारी दी। एक अनूठी पहल के तहत आईटीबीपी और स्थानीय पशुपालकों के सहयोग से पिथौरागढ़ में ताजा पोल्ट्री और मांस की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है, जिसमें सहकारी समितियां और किसान उत्पादक संगठन शामिल हैं। यह पहल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में कारगर साबित हो रही है।

आदि कैलाश: आध्यात्मिक और पर्यटन का नया केंद्र
केंद्रीय मंत्री ने आदि कैलाश और पार्वती कुंड के दर्शन किए, जहां उन्होंने भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर देशवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की। क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिकता की प्रशंसा करते हुए नड्डा ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आदि कैलाश यात्रा के बाद इस क्षेत्र में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।” इसने स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को गति दी। ज्योलिंगकांग में त्रिशूल मंदिर के दर्शन के दौरान उन्होंने जवानों के साथ पुनः वार्ता की और उनके जोश को सराहा।

मोदी की यात्रा ने बदली तस्वीर
प्रधानमंत्री मोदी की आदि कैलाश यात्रा ने इस क्षेत्र को साहसिक और आध्यात्मिक पर्यटन के वैश्विक मानचित्र पर स्थापित किया है। नड्डा ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना इजाफा हुआ है, जिससे स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। यह क्षेत्र अब न केवल आध्यात्मिक शांति का केंद्र है, बल्कि साहसिक पर्यटन के लिए भी आकर्षण का केन्द्र बन चुका है।
इस अवसर पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री अजय टम्टा, दुग्ध एवं पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा, जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक रेखा यादव, उपजिलाधिकारी मंजीत सिंह और सेना, आईटीबीपी, एसएसबी के अधिकारी मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री का यह दौरा न केवल क्षेत्र के विकास को गति देगा, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में जवानों और स्थानीय समुदायों के मनोबल को भी बढ़ाएगा।