नई दिल्ली, 12 मई 2025, सोमवार। भारत की धरती पर आतंकवाद के खिलाफ एक और ऐतिहासिक जीत दर्ज हुई है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए करारा जवाब दिया। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान में आतंकियों के 9 ठिकानों को नेस्तनाबूद कर लगभग 100 आतंकवादियों को ढेर किया गया। आतंक के खिलाफ इस शानदार सफलता को अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) देश के कोने-कोने तक ले जाएगी। इसके लिए पार्टी 13 से 23 मई तक राष्ट्रव्यापी तिरंगा यात्रा आयोजित करने जा रही है, जो राष्ट्रवाद की अलख जगाएगी और भारत की इस उपलब्धि को हर नागरिक तक पहुंचाएगी।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के खिलाफ भारत की हुंकार
पहलगाम हमले के बाद भारत ने न केवल आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया, बल्कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई का भी मुंहतोड़ जवाब दिया। इस ऑपरेशन ने न सिर्फ आतंकवाद को करारा झटका दिया, बल्कि भारत की सैन्य ताकत और दृढ़ इच्छाशक्ति को भी दुनिया के सामने प्रदर्शित किया। ऑपरेशन की सफलता के बाद पाकिस्तान के साथ सीजफायर पर सहमति बनी, लेकिन भारत का संदेश स्पष्ट था—आतंक के खिलाफ कोई समझौता नहीं।
तिरंगा यात्रा: राष्ट्रवाद का जश्न
बीजेपी ने इस ऐतिहासिक जीत को जन-जन तक पहुंचाने के लिए व्यापक रणनीति तैयार की है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अगुवाई में हुई उच्चस्तरीय बैठकों में तिरंगा यात्रा का खाका तैयार किया गया। यह यात्रा महज एक राजनीतिक आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्रप्रेम और एकता का प्रतीक होगी। इसमें पूर्व सैनिकों, समाजसेवियों और प्रभावशाली हस्तियों को आगे रखा जाएगा, ताकि यह जन-आंदोलन का रूप ले सके।
10 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा में बीजेपी जुलूस, रैलियां, जनसभाएं और कॉर्नर मीटिंग्स के जरिए ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाएगी। संबित पात्रा, विनोद तावड़े, तरुण चुघ जैसे वरिष्ठ नेता इस अभियान का समन्वय करेंगे, जबकि केंद्रीय मंत्री और शीर्ष नेता यात्राओं का नेतृत्व करेंगे। खास बात यह है कि बीजेपी ने यह सुनिश्चित किया है कि यात्रा में पार्टी का कोई बड़ा चेहरा सामने न आए, बल्कि स्थानीय स्तर पर समाज के अग्रणी लोग इसे गति दें।
रणनीति: डिजिटल और जमीनी स्तर पर जोर
बीजेपी की रणनीति सिर्फ सड़कों तक सीमित नहीं है। पार्टी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के जरिए डिजिटल दुनिया में भी ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की गूंज पहुंचाएगी। देशभर में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इस अभियान को और मजबूती दी जाएगी। रविवार देर रात नड्डा के आवास पर गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, भूपेंद्र यादव, किरण रिजिजू, अश्वनी वैष्णव और संगठन के प्रमुख नेताओं के साथ हुई बैठक में इसकी रूपरेखा तैयार की गई।
जनता की भागीदारी होगी खास
तिरंगा यात्रा को एक जन-आंदोलन बनाने के लिए बीजेपी ने हर स्तर पर तैयारियां की हैं। पार्टी ने तय किया है कि यह आयोजन केवल राजनीतिक कार्यक्रम तक सीमित न रहे, बल्कि इसमें आम जनता की सक्रिय भागीदारी हो। स्थानीय स्तर पर योजनाएं बनाई जाएंगी, ताकि हर गांव, हर शहर इस राष्ट्रवादी उत्सव का हिस्सा बन सके। सोमवार को नड्डा ने पार्टी मुख्यालय में महामंत्रियों की आपात बैठक बुलाकर इस रणनीति को अंतिम रूप दिया।
एक नया संदेश, एक नई शुरुआत
बीजेपी की तिरंगा यात्रा न केवल ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का उत्सव है, बल्कि यह देशवासियों में राष्ट्रवाद की भावना को और प्रबल करने का एक प्रयास भी है। यह यात्रा भारत की एकता, अखंडता और आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को मजबूती से रेखांकित करेगी। जैसे-जैसे तिरंगा देश के कोने-कोने में लहराएगा, यह हर भारतीय के दिल में गर्व और आत्मविश्वास का संचार करेगा। तिरंगा यात्रा के साथ बीजेपी एक बार फिर राष्ट्रवाद की नई इबारत लिखने को तैयार है।