वाराणसी, 6 मई 2025, मंगलवार। काशी, भारत की आध्यात्मिक नगरी, जहां गंगा की लहरें और प्राचीन मंदिरों की घंटियां हर पल एक नई कहानी बुनती हैं। मंगलवार, 6 मई 2025 को इस शहर ने एक ऐसी अनोखी घटना देखी, जिसने स्थानीय लोगों और प्रशासन को हैरान कर दिया। एक विदेशी पर्यटक, जिसने अपना नाम एलेक्सजेंडर बताया, नशे की हालत में गिरजाघर स्थित चर्च की ऊंची चोटी पर चढ़ गया और हंगामा मचा दिया। यह नजारा देखकर आसपास के लोग स्तब्ध रह गए, और जल्द ही यह घटना शहर में चर्चा का विषय बन गई।
नशे में चर्च की चोटी पर सैर
सुबह का समय था, जब दशाश्वमेध क्षेत्र में स्थित गिरजाघर के आसपास अचानक भीड़ जमा होने लगी। लोग ऊपर देख रहे थे, जहां एक विदेशी पर्यटक चर्च की ऊंची संरचना पर चढ़ा हुआ था। नशे में धुत्त एलेक्सजेंडर, जो शायद अपने होश में नहीं था, खतरनाक ढंग से चर्च की चोटी पर विचरण कर रहा था। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, और देखते ही देखते मौके पर हलचल मच गई।
पुलिस और फायर ब्रिगेड का रेस्क्यू ऑपरेशन
पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत हरकत में आईं। फायर ब्रिगेड के जवान, जो ऐसी परिस्थितियों में निपटने के लिए प्रशिक्षित होते हैं, ने साहस और सूझबूझ के साथ एलेक्सजेंडर को सुरक्षित नीचे उतारने की योजना बनाई। कड़ी मशक्कत और समन्वय के बाद, वे उसे सकुशल नीचे लाने में कामयाब रहे। इस दौरान दशाश्वमेध थाना प्रभारी विजय कुमार शुक्ला, कांस्टेबल अनुज कुमार, राजन सिंह और अन्य पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद रहे, ताकि स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में रखा जा सके।
एलेक्सजेंडर की कहानी: कुंभ से काशी तक
पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान एलेक्सजेंडर ने अपनी यात्रा का रोचक ब्योरा दिया। उसने बताया कि वह फरवरी में प्रयागराज के महाकुंभ मेले में शामिल हुआ था। इसके बाद वह अयोध्या गया और फिर वाराणसी पहुंचा, जहां वह एक स्थानीय होटल में ठहरा हुआ था। लेकिन नशे की हालत में उसने ऐसा कदम उठाया, जिसने उसे सुर्खियों में ला दिया।
एसीपी दशाश्वमेध डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी ने बताया कि पर्यटक के हाव-भाव से वह नशे में प्रतीत हो रहा था, जिसके चलते वह अपनी बातों को स्पष्ट रूप से नहीं बता पा रहा था। पुलिस अब उससे गहन पूछताछ कर रही है, ताकि घटना के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आ सके।