मुजफ्फरनगर, 5 मई 2025, सोमवार। मुजफ्फरनगर का हरसौली गांव, जहां नाथ संप्रदाय का एक प्राचीन मंदिर आस्था का केंद्र है। यह वही नाथ संप्रदाय है, जिसके पीठाधीश्वर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। लेकिन इस पवित्र स्थल पर हाल ही में एक ऐसा वाकया सामने आया, जिसने न केवल श्रद्धालुओं को स्तब्ध कर दिया, बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए।
मंदिर के महंत ने खुलासा किया कि स्थानीय पुलिस ने चौकी निर्माण के नाम पर उनसे पैसे की मांग की। पहले तो महंत ने 31 हजार रुपये दे दिए, मगर पुलिस की भूख यहीं नहीं थमी। मांग बढ़कर डेढ़ लाख रुपये तक पहुंच गई। आखिरकार, महंत ने हिम्मत दिखाते हुए इस वसूली के खिलाफ आवाज उठाई। उनके पास पुख्ता सबूत थे—ऑडियो रिकॉर्डिंग्स, जो पुलिस की करतूत को बेनकाब करती थीं।
महंत की शिकायत ने प्रशासन को हरकत में ला दिया। जांच के लिए सीओ को भेजा गया, और चौकी इंचार्ज दारोगा व सिपाही को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया गया। इतना ही नहीं, इलाके के थानेदार पर भी इस वसूली में शामिल होने के गंभीर आरोप लगे हैं।
यह घटना न केवल पुलिस की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि जब आस्था के केंद्रों पर इस तरह की दबंगई हो रही है, तो आम जनता का क्या हाल होगा? हरसौली के इस मंदिर का मामला अब चर्चा का विषय बन चुका है।