रोहतक, 4 मई 2025, रविवार। रोहतक में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई सामने आई है, जहां नायब तहसीलदार प्रवीन को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने रिश्वत के मामले में धर दबोचा। दुकान की डीड करने के नाम पर 1 लाख 80 हजार रुपए की रिश्वत मांगने का यह मामला शहर में चर्चा का विषय बन गया है। एसीबी ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया है और गहन पूछताछ में जुट गई है।
शिकायत से शुरू हुआ खुलासा
मामले की शुरुआत अक्टूबर 2024 में हुई, जब रोहतक के आनंद नामक युवक ने एसीबी को शिकायत दर्ज कराई। आनंद ने बताया कि उनकी दुकान की डीड करवाने के लिए नायब तहसीलदार प्रवीन ने डीड राइटर साहिल के जरिए 1 लाख 80 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। शिकायत के मुताबिक, 10 हजार रुपए पहले ही दे दिए गए थे, जबकि 1 लाख रुपए साहिल को देने थे। आनंद की शिकायत पर एसीबी ने तुरंत एक्शन लिया और रिश्वतखोरों को पकड़ने की योजना बनाई।
रंगे हाथों पकड़ा गया डीड राइटर
एसीबी इंस्पेक्टर भगत सिंह के नेतृत्व में 9 अक्टूबर 2024 को एक सुनियोजित ऑपरेशन चलाया गया। आनंद को 1 लाख रुपए रिश्वत के तौर पर साहिल को देने के लिए भेजा गया। जैसे ही साहिल ने रिश्वत की रकम ली, एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। लेकिन इस कार्रवाई के बाद नायब तहसीलदार प्रवीन फरार हो गया। उसने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की, जो खारिज हो गई।
आखिरकार दबोचा गया मुख्य आरोपी
फरारी के कई महीनों बाद, एसीबी ने आखिरकार प्रवीन को रोहतक के उसके ऑफिस से ही गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर भगत सिंह ने बताया कि प्रवीन लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था, लेकिन एसीबी की पैनी नजर से वह बच नहीं सका। अब टीम उससे पूछताछ कर रही है ताकि इस रिश्वतखोरी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके।