भोपाल, 1 मई 2025, गुरुवार। भोपाल में हाल ही में सामने आए सीरियल रेप केस ने पूरे देश का ध्यान खींचा है, और इस मामले को लेकर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने एक ऐसा बयान दिया है, जो न केवल विवादास्पद है, बल्कि समाज में गहरे सवाल भी खड़े करता है। उनके अनुसार, “लव जिहाद” कोई स्थानीय समस्या नहीं, बल्कि यह पूरे देश में अपनी जड़ें जमा चुका है। यह एक ऐसा खतरा है, जिसे नजरअंदाज करना समाज के लिए घातक साबित हो सकता है।
रामेश्वर शर्मा ने इस मुद्दे को बेहद गंभीरता से उठाते हुए इसे “जघन्य अपराध” और “पाप” करार दिया। उन्होंने दावा किया कि लव जिहाद कथित तौर पर कट्टरपंथी इस्लामी विचारधारा से प्रेरित है, जो न केवल भोपाल जैसे शहरों में, बल्कि पूरे देश में सुनियोजित ढंग से फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारी बेटियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। जिहादी मानसिकता को कुचलना होगा, उनके घुटने और कमर तोड़ने होंगे।”
सवाल जो उठाए गए: साजिश या सामाजिक चूक?
शर्मा ने इस मामले में कई गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा, “इन अपराधियों को मकान कौन दे रहा है? इन लड़कियों को उनके ठिकानों तक पहुंचाने वाला कौन है? बड़ी-बड़ी इमारतों पर कब्जा करने वाले ये लोग कौन हैं, और इनके पीछे फंडिंग कौन कर रहा है?” उनके अनुसार, यह कोई छोटी-मोटी घटना नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश है, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हो सकते हैं। उन्होंने सरकार से अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की, यहाँ तक कि फांसी की सजा तक की बात कही।
सरकार की तारीफ, लेकिन जिम्मेदारी भी याद दिलाई
रामेश्वर शर्मा ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पुलिस प्रशासन की इस मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि यह मामला मुख्यमंत्री, पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है, और सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि समाज के उत्थान की बातें तभी सार्थक होंगी, जब हम अपनी बेटियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे। “हमें यह देखना होगा कि हमारी लड़कियां किसी और धर्म में न जाएं। लव जिहाद को कुचलना होगा,” उन्होंने जोर देकर कहा।
सामाजिक जागरूकता की जरूरत
शर्मा का यह बयान न केवल राजनीतिक हलकों में, बल्कि आम जनता के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है। उनके शब्दों ने समाज को एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर किया है कि क्या यह वाकई एक संगठित साजिश है, या फिर सामाजिक जागरूकता और सख्त कानूनी कार्रवाई की कमी का नतीजा? यह सवाल अब हर किसी के मन में है कि हमारी बेटियों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए, और क्या लव जिहाद जैसी अवधारणा वास्तव में इतनी व्यापक है, जितना दावा किया जा रहा है? रामेश्वर शर्मा का यह बयान निश्चित रूप से समाज में एक गहरी बहस को जन्म देगा। यह समय है कि हम न केवल इस मुद्दे पर विचार करें, बल्कि ठोस कदम उठाकर अपनी बेटियों की सुरक्षा और समाज की एकता को सुनिश्चित करें।