वाराणसी, 27 अप्रैल 2025, रविवार। वाराणसी के सिगरा थाने में एक हैरान करने वाली घटना ने सबको चौंका दिया है। एक युवक, अभिनव श्रीवास्तव, ने अपनी तथाकथित महिला मित्र रवीरा जजोदिया और दोस्त ओमकार सिंह पर 31 लाख रुपये की ठगी का गंभीर आरोप लगाया है। यह कहानी दोस्ती, विश्वास और धोखे की एक ऐसी गाथा है, जो सुनने में किसी फिल्मी प्लॉट से कम नहीं लगती।
बात शुरू हुई साल 2020 में, जब अभिनव की ओमकार सिंह से दोस्ती हुई। दिसंबर 2023 में ओमकार ने अभिनव को एक मॉडल रवीरा जजोदिया से मिलवाया और उसका नंबर साझा किया। व्हाट्सएप पर चैट के दौरान रवीरा ने अभिनव का भरोसा जीता और अपने पिता के कैंसर इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लगाई। ओमकार ने भी साथ दिया और भरोसा दिलाया कि पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा और समय पर वापस मिल जाएगा। इस विश्वास में आकर अभिनव ने रवीरा के कहे अनुसार अलग-अलग खातों में 30 लाख 95 हजार रुपये से ज्यादा की रकम ट्रांसफर कर दी।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। जब अभिनव ने अपने पैसे वापस मांगे, तो रवीरा ने सारा खेल पलट दिया। न केवल उसने पैसे लौटाने से इनकार किया, बल्कि अभिनव को रेप केस में फंसाने की धमकी भी दे डाली। हताश और ठगा हुआ अभिनव सिगरा थाने पहुंचा और ओमकार सिंह, रवीरा जजोदिया और एक अन्य व्यक्ति अभिषेक सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318(4), 316(2) और 351(2) के तहत FIR दर्ज की है। सिगरा पुलिस अब इस ठगी के जाल की परतें खोलने में जुट गई है, ताकि सच सामने आ सके।
यह मामला न केवल धोखाधड़ी की गंभीरता को उजागर करता है, बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि आखिर विश्वास के नाम पर लोग कब तक ऐसे छल का शिकार होते रहेंगे? इस कहानी का अंत क्या होगा, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन फिलहाल यह वाराणसी में चर्चा का सबसे गर्म विषय बना हुआ है।