नई दिल्ली, 25 अप्रैल 2025, शुक्रवार। पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस जघन्य कृत्य के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने देशभर में जोरदार प्रदर्शन कर जिहादी आतंकवाद और उसके पोषक पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा संदेश दिया। हजारों स्थानों पर लाखों लोग सड़कों पर उतरे, नारे लगाए, और आतंक के आकाओं के पुतले जलाए। “पाकिस्तान मुर्दाबाद”, “आतंकवाद समाप्त करो”, “हिंदुओं का नरसंहार, नहीं सहेंगे” जैसे नारों से देश का कोना-कोना गूंज उठा।
दिल्ली के जंतर-मंतर पर विशाल प्रदर्शन को संबोधित करते हुए विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने हुंकार भरी, “अब समय आ गया है कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का खात्मा हो और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) को जिहादी चंगुल से मुक्त कर भारत में मिलाया जाए।” उन्होंने कहा कि कश्मीर की समृद्धि पर्यटन पर टिकी है, और इस हमले के जरिए घाटी की अर्थव्यवस्था को तबाह करने की साजिश रची गई है। लेकिन, भारत की जनता और सरकार इस नापाक मंसूबे को कामयाब नहीं होने देगी। आलोक कुमार ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान को अपने कुकर्मों की सजा भुगतने के लिए तैयार रहना होगा, क्योंकि विश्व मंच पर वह अब पूरी तरह अलग-थलग पड़ चुका है।
हरियाणा के रोहतक में विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम हमला सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता और हिंदू समाज के लिए एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीमा पार की लड़ाई तो सरकार लड़ रही है, लेकिन देश के भीतर छिपे गद्दारों और आतंक के समर्थकों के खिलाफ पूरे समाज को एकजुट होना होगा। “स्थानीय समर्थन के बिना कोई आतंकी ऐसी वारदात को अंजाम नहीं दे सकता। हमें अपने आसपास छिपे इन ‘आस्तीन के सांपों’ को बेनकाब कर सुरक्षा बलों का साथ देना होगा।”
इन प्रदर्शनों में सिर्फ विहिप और बजरंग दल ही नहीं, बल्कि देश के हर मत, पंथ, और राष्ट्रवादी संगठन शामिल हुए। बुद्धिजीवियों, सामाजिक-धार्मिक नेताओं और आम नागरिकों ने एक स्वर में मांग की कि जिहादी आतंकवाद का समूल नाश हो और पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया जाए। यह आंदोलन केवल गुस्से का इजहार नहीं, बल्कि एकजुट भारत की ताकत और आतंक के खिलाफ निर्णायक जंग का आह्वान है।
अब वक्त है कि भारत न केवल अपनी सीमाओं को सुरक्षित करे, बल्कि आतंकवाद के हर रूप को जड़ से उखाड़ फेंके। यह देश की एकता और अखंडता की लड़ाई है, जिसमें हर नागरिक की भूमिका अहम है।