अलवर, 22 अप्रैल 2025, मंगलवार। राजस्थान के अलवर जिले के खैरथल-तिजारा कलेक्ट्रेट में सोमवार को एक ऐसी घटना घटी, जिसने न केवल प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया, बल्कि पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में आयोजित दिशा बैठक के ठीक बाद कोटकासिम की महिला प्रधान डॉ. विनोद कुमारी सांगवान ने अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एसीईओ) संजय यादव पर चप्पलों से हमला कर दिया। यह शर्मनाक घटना कलेक्ट्रेट में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए स्तब्धकारी थी, और वायरल वीडियो ने इसे सोशल मीडिया पर आग की तरह फैला दिया।
बैठक के बाद भड़का पुराना विवाद
खैरथल-तिजारा कलेक्ट्रेट में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव विकास योजनाओं और परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा के लिए दिशा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में जिला कलेक्टर किशोर कुमार, खैरथल एसपी मनीष चौधरी, भिवाड़ी एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी, तिजारा विधायक महंत बालकनाथ और जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर जैसे प्रमुख लोग मौजूद थे। लेकिन बैठक खत्म होते ही माहौल उस समय गरमा गया, जब प्रधान विनोद कुमारी सांगवान और एसीईओ संजय यादव के बीच तीखी बहस छिड़ गई।
सूत्रों के मुताबिक, दोनों के बीच किसी सरकारी योजना या विकास कार्य को लेकर लंबे समय से तनाव चल रहा था। बैठक के दौरान प्रधान ने एसीईओ पर अभद्रता का आरोप लगाया, जिससे गुस्साई विनोद कुमारी ने कलेक्ट्रेट से निकलते समय संजय यादव पर चप्पल फेंककर हमला कर दिया। उन्होंने न केवल चप्पल मारी, बल्कि धमकी भी दी कि वह उन्हें सस्पेंड करवाकर रहेंगी। इस दौरान जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर और अन्य अधिकारियों को बीच-बचाव के लिए दौड़ना पड़ा, ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
एसीईओ की शिकायत, पुलिस ने दर्ज किया मामला
घटना के बाद एसीईओ संजय यादव ने खैरथल थाने में विनोद कुमारी सांगवान के खिलाफ गंभीर शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने बताया कि वह कलेक्टर कार्यालय से बाहर निकल रहे थे, तभी प्रधान ने अचानक उन पर चप्पल फेंकी, अभद्र व्यवहार किया और धमकियां दीं। संजय यादव ने इसे राजकार्य में बाधा और जानलेवा हमले की कोशिश करार दिया। पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। हालांकि, प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
वायरल वीडियो ने बढ़ाई हलचल
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विनोद कुमारी को संजय यादव पर चप्पल से हमला करते और गुस्से में धमकियां देते देखा जा सकता है। वीडियो में जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर दोनों पक्षों को शांत कराने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि पूरे राजस्थान में चर्चा छेड़ दी है। कुछ लोग इसे प्रशासनिक अनुशासन की कमी बता रहे हैं, तो कुछ पुराने विवाद को इसका कारण मान रहे हैं।
पुराने तनाव ने लिया विकराल रूप
जानकारी के अनुसार, विनोद कुमारी सांगवान और संजय यादव के बीच पहले से ही किसी मुद्दे को लेकर तकरार थी। बताया जा रहा है कि यह विवाद किसी सरकारी योजना या विकास कार्य से जुड़ा हो सकता है, जिसके चलते दोनों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। बैठक में प्रधान ने अपनी शिकायत रखने की कोशिश की, लेकिन एसीईओ द्वारा कथित तौर पर अपशब्द कहे जाने से वह आहत हो गईं, जिसके बाद यह घटना घटी।
प्रशासनिक साख पर उठे सवाल
यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत विवाद को दर्शाती है, बल्कि प्रशासनिक अनुशासन और अधिकारियों के बीच समन्वय की कमी को भी उजागर करती है। एक महिला प्रधान द्वारा वरिष्ठ अधिकारी पर इस तरह का हमला प्रशासनिक साख पर सवाल उठा रहा है। लोग अब यह जानना चाहते हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि मामला इतना बिगड़ गया? क्या यह सिर्फ एक पुराना विवाद था, या इसके पीछे कोई बड़ा मुद्दा छिपा है?
आगे क्या?
पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, और जल्द ही इस घटना के पीछे के कारणों का खुलासा हो सकता है। विनोद कुमारी सांगवान के खिलाफ दर्ज मामले के बाद उनकी भूमिका भी जांच के दायरे में है। दूसरी ओर, यह घटना राजस्थान की राजनीति और प्रशासन में एक बड़े विवाद को जन्म दे सकती है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में हुई इस घटना ने अलवर को सुर्खियों में ला दिया है, और अब सबकी नजर इस बात पर है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है। यह घटना निश्चित रूप से लंबे समय तक चर्चा में रहेगी, और शायद यह हमें यह भी सोचने पर मजबूर करे कि प्रशासनिक तंत्र में आपसी समन्वय और सम्मान कितना जरूरी है।